जिले के भूमिहीन किसानों को वनाधिकार पत्र प्रदान कर दिया मालिकाना हकः अब तक कुल 5798 व्यक्तिगत एवं सामुदायिक वन अधिकार पत्र वितरित

 

जिले के भूमिहीन किसानों को वनाधिकार पत्र प्रदान कर दिया मालिकाना हकः अब तक कुल 5798 व्यक्तिगत एवं सामुदायिक वन अधिकार पत्र वितरित


छत्तीसगढ़ ( नारायणपुर ) बस्तर दर्पण ।  अपनी जमीन का मालिकाना हक पाने का सपना हर व्यक्ति का होता है। जब यह सपना पूरा हो जाता है तो खुशी का ठिकाना नहीं रहता। जिले में 4893 हितग्राहियों को व्यक्तिगत वनाधिकार पत्र, 844 सामुदायिक वन अधिकार पत्र तथा 61 सामुदायिक वनसंसाधन वनाधिकार पत्र प्रदान किया गया है। 




नारायणपुर जिला अबूझमाड़िया जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है। सरकार द्वारा अब इन जनजातियों को वनाधिकार पत्र प्रदान कर जमीन का मालिकाना हक दिया जा रहा है। जिससे इनके जीवन में बड़ा बदलाव आया है और उनका परिवार आर्थिक समृद्धि की ओर अग्रसर हो रहे है। 



वनसंपदा तथा वन भूमि की सुरक्षा एवं उनकी आजीविका को ध्यान में रखते हुए शासन द्वारा ऐसे लोगों को वनाधिकार पत्र के माध्यम से पट्टा देकर भूमि का हक दिया गया है। वनाधिकार पत्र के माध्यम से मिले जमीन के हक से इन लोगों के मन में जमीन के अधिकार का भय दूर हो गया है और वे निश्चिंत होकर कृषि और आजीविकामूलक कार्य कर रहे हैं।

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