रोजगार और स्व-रोजगार से जुड़ रहे युवा
लाईवलीहुड काॅलेज में दिया जाता है रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण
छत्तीसगढ़ ( सुकमा ) बस्तर दर्पण । जिला सुकमा की गणना अब विकासशील जिलों में होने लगी है। विकासशील जिला होने के कारण जिले में प्रतिस्पर्धा युक्त बाजार बढ़ने लगी। इन प्रतिस्पर्धा युक्त बाजार में बेरोजगार युवाओं के रोजगार और स्वरोजगार की मांग को देखते हुए कुम्हाररास स्थित लाईवलीहुड काॅलेज में रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार एवं स्वरोजगार से जुड़ने के लिए सक्षम बनाकर उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जा रहा है। सुकमा जिला नक्सल प्रभावित होने के साथ शिक्षा के क्षेत्र में काफी पिछड़ा हुआ जिला था। जिले में अल्पशिक्षित एवं अशिक्षित बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही थी। युवाओं के कौशल विकास कि क्षेत्र में अच्छे संस्थान की कमी थी।
इस कमी को पूरा करने छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास प्राधिकारण अन्तर्गत जिले में शासकीय वीटीपी के रूप में लाईवलीहुड काॅलेज का प्रारम्भ नवम्बर 2020 में किया गया। लाईवलीहुड काॅलेज सुकमा में मुख्य योजना मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत् शिक्षित बेरोजगार युवक युवतियों को विभिन्न रोजगारोन्मुखी कोर्स में अशंकालीन प्रशिक्षण देकर उनको रोजगार एवं स्वरोजगार उपलब्ध कराने का उद्देश्य है। जिले के युवक-युवतियां जिन्होंने 5वीं, 8वीं एवं 10वीं तक पढ़ाई कर शेष पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए। उन्हें दो से तीन माह की अल्प अवधि वाले एनएसक्यूएफ कोर्सेस ट्रेड्स में प्रशिक्षण दिया जाता है। साथ ही जिला स्तरके शासकीय विभागों को प्रशिक्षण प्रदाता के रूप में पंजीयन कर स्वरोजगार के संबंधित कोर्सेस में प्रशिक्षण कराया जाता है।
विभिन्न शासकीय योजनाओं जैसे एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना, श्रम, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना इत्यादि के अन्तर्गत लक्षित प्रशिक्षण कार्यों को पूरा करने हेतु लाईवलीहुड काॅलेज की स्थापना की गई। लाईवलीहुड काॅलेज में विभिन्न प्रकार के कोशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों व कार्यशालाओं का संचालन किया जाता है। लाईवलीहुड काॅलेज का मुख्य उद्देश्य स्थानीय बेरोजगारों को उनकी रूचि के आधार पर रोजगार मूलक संकायों में निःशुल्क प्रशिक्षण देकर उन्हें आजीविका अर्जित करने हेतु सक्षम बनाया जा रहा है। लाईवलीहुड काॅलेज में प्रशिक्षणार्थियों को निःशुल्क आवासीय सुविधा एवं प्रशिक्षण टूल्स भी प्रदाय किया जाता है। लाईवलीहुड काॅलेज में न्यूनतम 14 वर्ष और अधिकतम 45 वर्ष तक के उम्र के इच्छुक व्यक्ति प्रवेश के लिए किसी प्रकार की योग्यता की आवश्यकता नहीं है। प्रवेश ले सकते हैं।
लाईवलीहुड काॅलेज में विभिन्न राष्ट्रीय स्तर की प्रशिक्षण संस्था एवं शासकीय विभाग द्वारा भी विभिन्न प्रशिक्षण प्रदान किये जाते हैं। जिनमें ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग, लोक स्वस्थ्य यांत्रिकी, क्रेडा विभाग, उद्यानिकी विभाग, कृषि विभाग, मत्स्य विभाग, वन विभाग, रेशम विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग एवं राज्य शासन द्वारा स्थापित लाईवलीहुड काॅलेज द्वारा प्रशिक्षण हेतु कार्य किए जाते हैं। प्रशिक्षण पश्चात् प्लेसमेन्ट हेतु राष्ट्रीय स्तर की प्रशिक्षण संस्था के साथ एमओयू भी किया जाता हैं, जिसमें प्रशिक्षण उपरान्त एक वर्ष प्लेसमेन्ट ट्रेकिंग भी किया जाता है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात् स्वरोजगार हेतु ऋण से संबंधित विभिन्न शासकीय योजनाओं- एनयूएलएम, अन्त्यावसायी, ग्रामोद्योग, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र आदि द्वारा भी ऋण प्रदान किया जाता है। जिल में प्रशिक्षित एवं हुनरमंद व्यक्तियों के बेहतर प्लेसमेन्ट के लिए नियमित रूप से लाईवलीहुड काॅलेज में प्लेसमेन्ट कैम्प आयोजित किए जाते हैं।
युवाओं को काॅलेज में आवासीय प्रशिक्षण प्रदाय किया जाता है। सभी प्रशिक्षण को रूचिवर्धक बनाने के लिए मल्टीमीडिया एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदाय किया जाता है। आधुनिक जीवन शैली से परिचित कराने हेतु उन्हें एक्पोजर विजिट कराया जाता है। जिससे प्रशिक्षण उपरान्त नियोजन होने के लिए प्रशिक्षणार्थी आत्मनिर्भर बन सके। जिल में उपलब्ध अद्योसंरचना एवं संसाधनों का समुचित उपयोग करते हुए विभिन्न परियोजनाओं का अभिसरण कर प्रशिक्षण लाईवलीहुड काॅलेज में दिया गया है। जिसमें प्रमुख रूप से एकीकृत विकास कार्ययोजना, पिछड़ा क्षेत्र अनुदान कोष, जिला खनिज फाउण्डेशन, श्रम विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन शामिल है। अब तक लाईवलीहुड काॅलेज सुकमा द्वारा 5367 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जिसमें से 2442 को नियोजित भी किया गया है।
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