इमली ,महुवा, टोरा आदि वनोपजों के प्रसंस्करण के लिए बस्तर में लगाए जाएंगे उद्योग- प्रवीर कृष्णा

 

इमली ,महुवा, टोरा आदि वनोपजों के प्रसंस्करण के लिए बस्तर में लगाए  जाएंगे उद्योग- प्रवीर कृष्णा



बस्तर के वनोपज उत्पाद को बताया देश में सर्वेश्रेष्ठ


चित्रकोट विकासखंड के विभिन्न प्रसंस्करण केंद्रों का किया निरीक्षण



छत्तीसगढ़ (जगदलपुर ) बस्तर दर्पण ।  ट्रायफेड भारत शासन के प्रबंधक निदेशक प्रवीर कृष्णा ने कहा कि बस्तर जिले में इमली, महुवा, टोरा आदि वनोपजों के प्रसंस्करण हेतु उद्योग लगाए जाएंगे। उन्होंने इस कार्य को शीघ्र पूरा करने की बात कही।  कृष्णा अपने बस्तर प्रवास के दूसरे दिन लोहण्डीगुड़ा विकासखंड के वन विकास केंद्र  धुरागांव में तैलीय बीज  प्रसंस्करण केंद्र एवं इमली चटनी निर्माण केन्द्र, बड़े धाराऊर के साप्ताहिक बाजार, वन धन विकास केंद्र घोटिया में इमली प्रसंस्करण केंद्र ग्राम अलवाही में बेलमेटल केंद्र तथा ग्राम नारायणपाल में सोसायटी ऑफ ट्राइबल वेलफेयर एवं सिल्क नारायणपाल के कार्यों का अवलोकन किया।

 



उन्होंने  इस कार्य मे लगे समूह की आय को करोड़ों में बढ़ाने तथा वनोपजों के प्रसंस्करण हेतु बस्तर जिले में उद्योग लगाने के साथ-साथ  सभी बेल मेटल की खरीदी ट्रायफेड के माध्यम से करने की बात कही।  इसके लिए उन्होंने कलेक्टर रजत बंसल को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने बस्तर के वनोपज उत्पाद को अत्यन्त महत्वपूर्णं बताते हुए इसकी विशेषताओं को देश व दुनिया में पहुंचाने की बात कही। इस दौरान अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक बी. आनंद बाबू, मुख्य वन सरंक्षक मोहम्मद शाहीद, वनमण्डलाधिकारी सुश्री स्टायलो मण्ड़ावी, सहायक कलेक्टर सुश्री रेना जमील सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। प्रवीर कृष्णा ने ग्राम धुरागांव में तैलीय बीज प्रसंस्करण केन्द्र एवं इमली चटनी निर्माण कार्य का अवलोकन कर यहां के कार्यों की सराहना की। 




उन्होंने इस कार्य में लगे स्व-सहायता समूह के महिलाओं से बात-चीत की तथा उन्हें इसके माध्यम से प्रतिदिन होने वाले आय के संबंध में जानकारी दी। प्रवीर कृष्णा ने महिलाओं को इमली का दाम बढ़ाने तथा उनके मेहनत का उचित दाम दिलाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस पूरे क्षेत्र को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा तथा ट्रायफेड की फैक्ट्री भी लगाई जाएगी। इस दौरान उन्होंने ग्राम बड़े धाराऊर के साप्ताहिक बाजार के अवलोकन कर प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति के माध्यम से वनोपज का संग्रहण कर रही स्व-सहायता के महिलाओं से इस वर्ष के संग्रहण के लक्ष्य के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यहां के उत्पादों को देश के अन्य राज्यों में भी बिक्री करने की व्यवस्था की जाएगी, जिससे इसकी उचित दाम मिल सके।




ट्रायफेड के प्रबंधक निदेशक प्रवीर कृष्णा ने वन धन विकास केन्द्र घोटिया में पहुंचकर इमली के प्रसंस्करण के कार्यों का अवलोकन किया। प्रवीर कृष्णा ने घोटिया में इमली प्रसंस्करण के लिए कारखाना लगाने तथा इमली एवं अन्य उत्पाद को सुरक्षित रखने के लिए दरभा में कोल्ड स्टोरेज लगाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इमली प्रसंस्करण के कारखाना स्थापित होने से हजारों की संख्या में महिलाओं को रोजगार मिल सकेगा। इसके अलावा प्रसंस्करण के सभी कार्यों को मशनीकृत करने की बात भी कही जिससे इस कार्य में लगे लोगों को सहुलियत मिल सके। उन्होंने बस्तर के वनोपज उत्पादों के प्रसंस्करण के कार्यों को पूरे देश के लिए प्रेरणादायक बताया।

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