प्रतिबिम्ब कला परिषद ने किया नारी शक्तियों का सम्मान
छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह । प्रतिबिम्ब कला परिषद जगदलपुर द्वारा अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय व कर्मठ महिलाओं के योगदान के सम्मान में प्रतिबिम्ब कला परिषद नारी शक्ति सम्मान2021 का आयोजन किया गया।
प्रतिबिंब कला परिषद विगत 15 वर्षों से विभिन्न क्षेत्रों में सेवा के कार्य करती आ रही है। विशेष कर बाल विकास, शिक्षण, स्वास्थ्य, कला एवं साहित्य तथा पर्यावरण की सुरक्षा के लिए वचनबद्ध एक सेवा भावी सामाजिक संस्था है। पर्यावरण की सुरक्षा व जागरूकता लाने के लिये प्रतिबिम्ब कला परिषद जगदलपुर द्वारा वृक्षारोपण के साथ ही विद्यालय के प्रतिभावान छात्र छात्राओं को पुरस्कृत भी किया जाता है।कोरोना काल की विकट परिस्थितियों में भी प्पर्यावरण की सुरक्षा हेतु वृक्षारोपण व पृथ्वी दिवस पर को ऑनलाइन चित्रकला प्रतियोगिता व विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बाल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित किया गया ।
इसी तारतम्य में राष्ट्र व समाज के विकास के साथ लोकहित में निःस्वार्थ सेवा करने वाली सशक्त सेवाभावी महिला शक्तियों का शाल, श्रीफल, सम्मान पत्र व प्रतीक चिन्ह से सम्मान किया गया। सम्मान कार्यक्रम नगर की प्रथम नागरिक महापौर सफीरा साहू के मुख्यातिथ्य व सभापति नगरपालिक निगम कविता साहू की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर सम्माननीय अतिथियों के कर कमलों से जिनका सम्मान किया गया उनके नाम हैं---
सम्मान
1..विजयलक्ष्मी दानी(कुष्ठरोगियों की सेवा)
2.डॉ जयमती कश्यप..जनजातीय समाज के
उत्थान में योगदान
3.उर्मिला आचार्य (साहित्य व इंद्रावती बचाओ अभियान)
4.डॉ सुषमा झा- साहित्य
5.गेलमनी देवी-लोकगायिका
6.टीका कश्यप -स्टाफ नर्स
7.अनिता राज- समाज सेविका
8.भारती प्रधान-प्रशासनिक
9.दीपा मांझी-खेल
10.बेनाली सेन गुप्ता- फुटबॉल कोच
11.-गायत्री आचार्य-पत्रकारिता
12.करमजीत कौर -पत्रकारिता
13.नेहा बिस्वास-शतरंज
14.मधु जैन-बस्तर ट्राइब
15.भारती जी -स्वच्छता सेवा
16.आरती मण्डावी-पुलिस विभाग(जनता सुरक्षा सेवा)
17.शैल दुबे -साहित्य
18.भारती जेना- कला
इस अवसर पर महापौर सफीरा साहू ने अपने उदबोधन में नारी शक्ति का बखान करते हुए अपनी आपबीती बताते हुए भौवुक हो गयीं।
सभापति व कार्यक्रम की अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू ने कहा सदैव निःस्वार्थ सेवा करने वाली महिलाओं का सम्मान होना ही चाहिए।
संरक्षक राजबहादुर सिंह राणा ने समस्त पुरुष समाज की ओर से महिला शक्ति को नमन करते हुए कहा कि सुसंस्कृत समाज व राष्ट्र के निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
मधु जैन ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए।
- डॉ.सुषमा झा- यह अत्यंत सराहनीय कार्य की आज दैवी शक्ति सम्मान हुआ।स्त्री को अपनी शक्ति को पहचानने की आवश्यकता है फिर वह किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकतीं हैं।
- पूर्णिमा सरोज - प्रतिबिम्ब कला परिषद साहित्य कला व संस्कृति तथा पर्यावरण सुरक्षा जैसे सामाजिक कार्यो के साथ बच्चों की प्रतिभाओं को निखारने हेतु एक मंच उपलब्ध कराती है। संस्था विभिन्न क्षेत्रों में अतुलनीय सेवाकार्यो को समर्पित नारी शक्तियों का सम्मान करते हुए गौरवान्वित है ।
इस अवसर पर बाल कलाकारों शेरोन( गीत),खुशी सोढ़ी (अभिनय),डिम्पल पांडे (हल्बी गीत) ने अपने सुर और अभिनय से उपस्थित अतिथियों व दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।लोकगायिका गेलमनी देवी के गाये लोकगीत पर सभी झूम उठे।
इस अवसर पर कोरोना काल मे बच्चों के लिये आयोजित ऑनलाइन चित्रकला प्रतियोगिता के प्रमाण पत्र व पुरस्कार भी प्रदान किये गए।
कार्यक्रम का संचालन अजय श्रीवास्तव ने किया।
आभार प्रदर्शन हरीश साहू एवं अतुल शुक्ला ने किया।
इस अवसर पर संरक्षक राजबहादुर सिंह राणा , वरिष्ठ कलाकार निर्मल सिंह राजपूत,वरिष्ठ रंगकर्मी जी.एस.मनमोहन,पूर्णिमा सरोज,भारती जेना,अतुल शुक्ला,अजय श्रीवास्तव, अनूप कुर्रे,एल्डर मैन हरीश साहू ,शशांक श्रीधर, जयश्री शेंडे,चमेली कुर्रे,प्रमिला पांडे,प्रेमिला दानी,सुरेश विश्वकर्मा, राजेश धंधराटे,प्राचार्य वंदना मदनकर, विधुशेखर झा, धनलक्ष्मी,चंद्रिका बघेल,उर्मिला ध्रुव,आर.बी.सिंह,भरत गंगादित्य, शिवशंकर पिल्ले,शायरा खान,आशा राव,हेना बिस्वास,रानू शील नाग,संतोष जैन,डुलेश्वरी मांझी,नीलिमा दास,पायल पांडे व गणमान्य अतिथिगण उपस्थित रहे।
इस प्रकार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का कार्यक्रम गरिमामय रूप से सम्पन्न हुआ।
0 Comments