पानी के अनाप-शनाप बिलों को निरस्त करने और झुग्गी बस्तियों को जलकर से मुक्त करने की मांग की माकपा ने, दुरुस्तीकरण तक बिल न पटाने का आह्वान

 

पानी के अनाप-शनाप बिलों को निरस्त करने और झुग्गी बस्तियों को जलकर से मुक्त करने की मांग की माकपा ने, दुरुस्तीकरण तक बिल न पटाने का आह्वान

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी ) जिला समिति कोरबा, छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ ( कोरबा ) ओम प्रकाश सिंह ।  मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कोरबा नगर निगम द्वारा जल उपभोक्ताओं को थमाए गए बिलों को अनाप-शनाप बताते हुए उन्हें निरस्त करने और झुग्गी बस्तियों और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को जलकर से मुक्त करने की मांग की है।



माकपा के कोरबा जिला सचिव प्रशांत झा ने आज यहां एक बयान जारी कर बताया कि नगर निगम द्वारा ये बिल राज्य सरकार के नगरीय प्रशासन और विकास विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में वर्णित निर्देशों का उल्लंघन करते हुए बनाये गए हैं, जिसका एकमात्र मकसद आम जनता के साथ धोखाधड़ी करके अपने राजस्व को बढ़ाना है। इसलिए पूरे निगम क्षेत्र में पानी के बिलों को निरस्त किया जाना चाहिए।



नगरीय प्रशासन द्वारा जारी अधिसूचना और निगम द्वारा थमाए जा रहे बिलों को मीडिया के सामने रखते हुए उन्होंने कहा कि इस अधिसूचना में स्पष्ट रूप से बहुमंजिला आवासीय परिसर, व्यावसायिक, औद्योगिक और संस्थागत भवनों से जलकर लिए जाने का उल्लेख है, जबकि इन निर्देशों के खिलाफ जाकर झुग्गी बस्तियों में भी जलकर की वसूली की जा रही है, जो अवैध है। माकपा ने निगम क्षेत्र की सभी झुग्गी बस्तियों और गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों को निगम द्वारा थोपे जा रहे इस अवैध बोझ से मुक्त करने की मांग की है।



माकपा नेता ने आगे कहा कि सभी घरेलू उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग के आधार पर 9 रुपये यूनिट की दर से बिल भेजे गए है, जबकि अधिसूचना में मासिक खपत के आधार पर बिलिंग करने के निर्देश है। घरों में पिछले एक साल से मीटर रीडिंग नहीं की गई है, इसलिए इस प्रकार बनाये गए पानी के बिल गलत है।

अपने इस आरोप के समर्थन में माकपा ने गुलशन परवीन नामक उपभोक्ता के बिल को पेश किया है, जिसने छः माह भर में 124 यूनिट जल का उपयोग किया है और उसे 1116 रुपये का बिल थमाया गया है। पार्टी ने कहा कि इस उपभोक्ता का मासिक खपत केवल 10.33 यूनिट है और इस कारण अधिसूचना के आधार पर उसका बिल 5 रुपये यूनिट के हिसाब से केवल 620 रुपये ही बनेगा। इस प्रकार निगम ने उसे वास्तविक बिल से 80% अधिक बिल थमाया है। इस प्रकार यह अनाप-शनाप बिल का ही मामला नहीं है, नागरिकों की सुनियोजित लूट का भी मामला है।

माकपा सचिव झा ने बताया कि ऐसी धोखाधड़ी केवल घरेलू उपभोक्ताओं से ही नहीं, बल्कि व्यावसायिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं से भी की जा रही है। इसलिए माकपा ने कोरबा के नागरिकों से पानी बिलों के दुरुस्तीकरण न किये जाने तक इन बिलों को न पटाने की भी अपील की है।

पार्टी ने इस संबंध में एक ज्ञापन  आयुक्त और महापौर को सौंपा है  और जारी बिलों को निरस्त करने की मांग की है। माकपा ने पानी बिलों की जबरन और अवैध वसूली करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है ज्ञापन देते समय प्रमुख रूप से माकपा पार्षद राजकुमारी कंवर, जवाहर सिंह कंवर, सत्रुहन दास, हुसैन अली उपस्थित थे।

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