नानगुर और बकावंड से प्रारंभ किया गया फाइलेरिया मुक्ति अभियान

 

नानगुर और बकावंड से प्रारंभ किया गया फाइलेरिया मुक्ति अभियान


छत्तीसगढ़ ( जगदलपुर ) बस्तर दर्पण ।  आज 22 मार्च को विकासखंड के नानगुर एवं बकावंड से फाइलेरिया मुक्ति अभियान में नानगुर से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की उपस्थिति में सघन सामूहिक दवा सेवन कार्य प्रारंभ किया गया। विकासखंड नानगुर के नानगुर, उपनपाल करनपुर, रामपाल भालुगुडा, बीजापुट भेजापदर में 16 टीम के द्वारा 1189 लोगों को दवा का सेवन कराया गया। बकावंड में जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. एसएस टेकाम ने अपनी उपस्थिति में बेलगांव चितालुर, बेलपुटी, तारागांव, बनियागांव में 4 बजे तक 8 टीम के द्वारा 750 ग्रामीणों को डी.ईसी. एवं अल्वेन्डाजोल दवा का सेवन कराया गया।



मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आरके. चतुर्वेदी ने बताया कि 22 मार्च से फाईलरिया मुक्ति अभियान प्रारंभ हो गया, जिसमें बकावंड के 6 गांव के 22 पारा एवं जगदलपुर (नानगुर) के 7 गांव 37 पारा में सघन सामूहिक दवा सेवन कराया जाएगा। जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, मितानिनों, आंगनबाड़ कार्यकर्ताओं के द्वारा 13 गांव 59 पाराओं में शिविर लगाकर सामूहिक रूप से 18266 लोगों को दवा सेवन कराने का लक्ष्य रखा गया है। किसी कारणवश, जिन्होंने दवा सेवन नहीं किया है। उनके घर जाकर दवा सेवन कराया जाएगा। जो गांव से बाहर गए हैं, उन्हें आने के बाद दवा सेवन कराया जाएगा।

जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. एसएस टेकाम ने बताया कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाले एक संक्रमण रोग है, व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन, हाइड्रोसिल (अंडकोष का सूजन) है। इसके बचाव के लिए रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, घर के आसपास गंदा पानी एकठ्ठा न होने दें, इससे मच्छर पनपते हैं। सघन सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम में सरकार के द्वारा निःशुल्क दवा डीईसी एवं अल्बेडाजोल खिलायी जाएगी। गंभीर मरीज एवं गर्भवती महिला को इस दवा का सेवन नहीं करया जाएगा। डाॅ. चतुर्वेदी ने बताया कि जब हम दवा का सेवन करेंगे तक मरते हुए परजीवियों प्रतिक्रिया होगी इससे खबराने की आवश्यकता नहीं है ये लक्षण स्वतः ही ठीक हो जाता है। 22 से 24 मार्च 2021 तक सामूहिक रूप से दवा का सेवन कराया जाएगा। उसके पश्चात 25 से 27 मार्च तक मापअप राउण्ड में छूटे हुए लोगों को एवं बहार गए लोगों को घर-घर जाकर दवा सेवन कराया जाएगा। कार्यकताओं के द्वारा घर परिवार के सदस्यों को फाइलेरिया के संबंध में जानकारी देंगे एवं उनसे बचाव व गोली खाने के बाद के लक्षण की भी जानकारी देंगे। इस अवसर पर खंड चिकित्सा अधिकारी नानगुर डाॅ. शत्ते, ग्रामीण चिकित्सा सहायक विकासदास, बीपीएम नानगुर संतोष सिंह, सलहाकर व्हीबीडी जिला मलेरिया कार्यालय जगदलपुर, बसंत पंडा, एलएचव्ही श्रीमती लता बघेल, उपसरपंच नानगुर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता रवि कुमार सहित एवं मितानिन एमटी मितानिन उपस्थित थे।

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