ऊर्जा एवं जल संरक्षण के प्रति जागरूकता हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण सह किसान मेला संपन्न

 

ऊर्जा एवं जल संरक्षण के प्रति जागरूकता हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण सह किसान मेला संपन्न


किसान पारम्परिक खेती को छोड़कर आधुनिक खेती को अपनाये-कलेक्टर  साहू


कलेक्टर ने जनसंपर्क विभाग सहित अन्य विभागों की प्रदर्शनी का किया अवलोकन


छत्तीसगढ़ ( नारायणपुर ) बस्तर दर्पण ।  विज्ञान केंद्र नारायणपुर एवं अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण के संयुक्त तत्वाधान में आज 9 मार्च 2021 दिन मंगलवार को प्रातः 11 बजे ऊर्जा एवं जल संरक्षण के प्रति जागरूकता हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण सह किसान मेला का आयोजन किया गया। 



कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवनाथ उसेण्डी थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि प्रदेश का हर किसान खुशहाल रहे। 



जिसके लिए शासन ने किसानों के लिए विभिन्न योजना एवं कार्यक्रम संचालित किये हैं, जिसका लाभ उन्हें लेना चाहिए। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राहुल देव, वनमंडलाधिकारी एन.आर.खुंटे, उपसंचालक कृषि बी.एस.बघेल, जनपद पंचायत अध्यक्ष नारायणपुर पंडीराम वड्डे, संगठन पदाधिकारी रजनू नेताम, सांसद प्रतिनिधी अजय देशमुख, कार्यपालन यंत्रिकी सिदार, सहायक संचालक उद्यानिकी मंडावी सहित क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिधी एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।  



कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। देश की आत्मा गांवों में निवास करती है, जो कृषि पर निर्भर करती है। कृषि को लाभ का व्यावसाय बनाने के लिए जरूरी है कि किसान पारम्परिक खेती को छोड़कर आधुनिक खेती को अपनाये। आधुनिक खेती को समझने के लिए किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारियों से मिलकर जानकारी प्राप्त करनी होगी। अधिकारी आप सभी के सहयोग के लिए इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शासन किसानों के लिए योजनाएं संचालित कर रही है, जिसका भूरपूर लाभ आप सभी को लेना चाहिए। 



इसके साथ ही धान के अलावा ऐसी फसलों का चयन करें जिनमें बीमारी और समय कम लगता हो और जिसकी लागत भी कम आती हो। कलेक्टर साहू ने कहा कि किसान अपने खेतों में रासायनिक खाद का उपयोग न कर जैविक खाद का उपयोग करेंगे तो फसल अच्छी होगी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में आये सभी किसान खुद उन्नत खेती को अपनाये और अपने आसपास के किसानों को भी प्रोत्साहित करें। 



कार्यक्रम के आरंभ में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दीबेन्दु दास ने पृथ्वी के लिए जल के महत्व की विस्तृत जानकारी किसानों को दी। इसके साथ ही उन्होंने किसानों के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा किये जा रहे कार्यों से अवगत कराया। कार्यक्रम को कृषि विज्ञान केन्द्र की अधिष्ठाता डॉ रत्ना नशीने, स्वामी अनुभवानंद महाराज, संगठन पदाधिकारी रजनू नेताम, जिला पंचायत सदस्य सुश्री गंगदई शोरी के अलावा अन्य जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने संबोधित कर किसानों को प्रोत्साहित करने हेतु आर्शीवचन कहे। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने कृषि, उद्यानिकी, क्रेडा और जनसंपर्क विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को संस्था द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।

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