पोलावरम बांध परियोजना से प्रभावितों को उचित मुआवजा दे सरकार - देवाराम मंडावी

पोलावरम बांध परियोजना से प्रभावितों को उचित मुआवजा दे सरकार - देवाराम मंडावी

छत्तीसगढ़ ( सुकमा ) ओम प्रकाश सिंह । बहुउद्देशीय परियोजना पोलावरम बांध का निर्माण से जिला सुकमा के कोंटा इलाके के लगभग 500-600 लोगों को प्रभावित होना पड़ेगा। पोलावरम बांध का निर्माण लगभग अंतिम चरण पर है इस बांध के निर्माण से कोंटा इलाके के कई गांव जलमग्न हो जाएंगे, कईयो के आशियाना, किसान भाइयों के जमीन जो पुरी तरह बर्बाद हो जाएगा। अब तक जिला प्रशासन सुकमा के द्वारा कोई भी नुकसान होने की दशा में अब तक सर्व नहीं कराया गया है।



पोलावरम बांध से लगभग 16 गांव प्रभावित होगा, जिससे पुरी तरह यहां के ग्रामीण व आदिवासियों का जल,जंगल और जमीन नष्ट हो जाएगा। इस बांध के निर्माण में न हि छत्तीसगढ़ न हि कोंटा के ग्रामीणों का कोई फायदा नहीं होगा। बल्कि यहां के किसान भाइयों को कई ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा,इस क्षेत्र में पूर्वजों से रह रहे कुछ जनजाति के लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ेगा और भारी नुक़सान उठाना पड़ेगा।



इस पोलावरम बांध परियोजना के 1978 में शुरूआत हुई। सरकार बदल जरूरी रही है लेकिन यहां के लोगों की चिंता नहीं है इससे आन्ध्राप्रदेश के लोगों को फायदा होगा, लेकिन यहां के गरीबों के घरों को उजाड़ कर पोलावरम बांध का निर्माण करा रही सरकार ।अभी तो करोड़ों रुपए के ज्यादा लागत से बांध का निर्माण किया जा रहा है। जिससे छत्तीसगढ़ के जिला सुकमा के कोंटा क्षेत्र में निवासरत लोगों की इस बांध के चलते पुरी तरह जमीन, जायदाद इस बांध में ही डुब जाएगा।। बांध का निर्माण होते ही बाढ़ का सम्भावना और भी बढ़ जाएगा। जिससे गरीब, मध्यमवर्ग के लोग कहा जाएंगे, सरकार को यहां के लोगों की कोई भी चिंता नहीं है।

पोलावरम बांध लोगों का आशियाना तक छिन लिया।

AIYF//AISF छत्तीसगढ़ सरकार से पोलावरम बांध परियोजना से जिला सुकमा के कोंटा इलाके का डुबान क्षेत्रो का जल्द सर्वे कराकर उचित स्थान और उचित मुआवजा दिया जाए

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