हरेली तिहार पर संसदीय सचिव और महापौर ने परंपरा के अनुसार की पूजा

हरेली तिहार पर संसदीय सचिव और महापौर ने परंपरा के अनुसार की पूजा


लालबाग के एसआरएलएम सेंटर में दिखा छत्तीसगढ़ के पहले त्योहार का उल्लास

छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह । छत्तीसगढ़ के पहले पर्व ‘हरेली‘ के अवसर पर लालबाग स्थित ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र में छत्तीसगढ़ी परंपरा के अनुसार संसदीय सचिव, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, रेखचंद जैन, महापौर श्रीमती सफीरा साहू एवं अन्य अतिथिगण द्वारा हरेली की पूजा की गई। नगरपालिक निगम, जगदलपुर  द्वारा गोधन न्याय योजना एवं अन्य कार्यों में उपयोग में लाये जाने वाले औजार एवं उपकरणों की पारम्परिक पूजा कर नीम के पत्ते, चीला आदि चढ़ाया गया। 



इस अवसर नगरपालिक निगम, जगदलपुर की अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू, एमआईसी सदस्य यशवर्धन राव, विक्रम सिंह डांगी, राजेश राय, पार्षद श्रीमती ललिता राव, दयाराम कश्यप, कमलेश पाठक, मनोनीत पार्षद हरीश साहू, श्रीमती अम्मा राव, आयुक्त प्रेम कुमार पटेल सहित उप संचालक कृषि, विकास साहू, सहायक संचालक पुराणिक ध्रुव, प्रभारी अधीक्षण अभियंता एस बी शर्मा,  पशुधन विकास विभाग के अधिकारी, निगम के अधिकारी कर्मचारी, पशुपालक एवं मिशन क्लीन सिटी के स्वच्छता दीदी मौजूद थीं। सेन्टर में फलदार वृक्षों का रोपण किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में राज्यगीत का गायन किया एवं उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने हरेली पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। 



उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के मुखिया भूपेश बघेल स्वयं एक किसान हैं, और यही कारण है कि वे किसानों के सुख-दुख को समझते हैं। उन्होंने कहा कि फसल को लगाने और बियासी के बाद किसान कृषि के पहले चरण से निवृत्त होता है। इसके साथ ही वह अपने औजारों और गाय-बैलों की पूजा कर उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करता है। इस दौरान गांवों में अत्यंत उल्लास का वातावरण होता है। किसानों की इसी खुशी को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा हरेली तिहार के अवसर पर अवकाश की घोषणा की गई। मुख्यमंत्री के द्वारा किसानों को कर्जमाफी, 2500 रुपए में धान खरीदी और किसान न्याय योजना जैसी योजनाओं के साथ निरंतर किसानों को खुशहाल बनाने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना का लाभ भी पशुपालक किसानों को हुआ है। इसके माध्यम से अब तक 100 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जगदलपुर शहर में ही 300 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट भी तैयार किया जा चुका है, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल रहा है। रासायनिक खाद के कारण मिट्टी के साथ-साथ मानव शरीर और पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव स्पष्ट देखा जा रहा हैै। अब वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन के साथ ही इसका उपयोग भी बढ़ेगा, जिसकी वजह से हमें निश्चित तौर पर अच्छी गुणवत्ता की फसलें मिलेंगी और उसका हमारे शरीर पर अच्छा प्रभाव होगा।




महापौर श्रीमती सफीरा साहू ने हरेली पर्व की बधाई देते हुए स्वच्छता दीदियों का आभार व्यक्त किया। उन्होेंने कहा कि स्वच्छता दीदियों के प्रयासों से शहर निरंतर स्वच्छ हो रहा है। उन्होंने स्वच्छता दीदियों से नगर को स्वच्छ रखने के साथ ही हरिहर बनाने में भी सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वार्ड में 50-50 पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए स्थान चिन्हांकन का कार्य करने की आवश्यकता है तथा आवश्यकता अनुसार सिंचाई में भी सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शहर को हरा-भरा बनाना सभी नागरिकों का कर्त्तव्य है। इस अवसर पर उन्होंने हरेली त्यौहार पर आधारित छत्त्तीसगढ़ी कविता का पाठ भी किया। इस अवसर पर नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू और आयुक्त प्रेम कुमार पटेल ने भी हरेली त्यौहार के विषय में अपनी बातें रखीं। स्व-सहायता समूह की पूनम विश्वकर्मा ने ठोस एवं तरल प्रबंधन केन्द्र में संचालित गोधन न्याय योजना की गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर पशुओं का निःशुल्क स्वास्थ्य जांच एवं उपचार किया गया। साथ ही कार्यक्रम में महापौर, अध्यक्ष, पार्षदों की उपस्थिति में गेढी ,रस्साकस्सी, कुर्सी दौड का आयोजन कर विजयी प्रतियोगी को पुरस्कार भी दिया गया। महापौर, अध्यक्ष, एम आई सी सदस्य, पार्षद ने गेढी व रस्साकस्सी में स्वयं शामिल होकर सभी का हौसला बढाया। इस दौरान कार्यपालन अभियंता ए के दत्ता, अभियंता एम पी देवागन, महेंद्र जगत, स्वचछता शाखा के साथ-साथ निगम के समस्त विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

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