संसदीय सचिव ने रंगकर्म के लिए जीवन समर्पित करने वाले स्व.सत्यजीत भट्टाचार्य के नाम पर प्रेक्षागृह का नाम किये जाने की पहल - रेखचंद जैन

संसदीय सचिव ने रंगकर्म के लिए जीवन समर्पित करने वाले स्व.सत्यजीत भट्टाचार्य के नाम पर  प्रेक्षागृह का नाम किये जाने की पहल - रेखचंद जैन

विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ रंगकर्मी स्व. सत्यजीत भट्टाचार्य के प्रथम पुण्यतिथि पर दी श्रृद्धांजलि

छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह । अंचल के लोकप्रिय रँगनिर्देशक व संस्था अभियान के दिवंगत महासचिव सत्यजीत भट्टाचार्य की प्रथम पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा मे संसदीय सचिव एवं विधायक जगदलपुर रेखचन्द जैन ने धरमपुरा में बन रहे प्रेक्षागृह को सत्यजीत के नाम पर करने के लिए ज़रूरी औपचारिकता पर बल दिया उन्होंने कहा उस महान रंगकर्मी के लिए यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।




इसके उपरांत भट्टाचार्य की ऑडियो क्लिप का श्रवण किया गया जिसमें उन्होंने आकशवाणी के प्रसारित कार्यक्रम में रंगकर्म के सम्बंध में ज़रूरी बातें रखी थीं, इस दौरान अभी रंगकर्मियों ने पुष्प चढ़ाकर व मोमबत्ती प्रज्ज्वलित कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके बाद वरिष्ठ रंगकर्मी, साहित्यकार व उद्घोषक हिमांशु शेखर झा ने सत्यजीत के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला जबकि उनके जुड़वा भाई विश्वजीत भट्टाचार्य ने कहा कि बापी के बिना सब कुछ सूना सा है उनकी कमी को पूरा कर पाना काफी मुश्किल है। सभा को अन्य लोगों ने भी संबोधित किया जिनमे अभियान के पूर्व अध्यक्षों ने अपने अनुभव बांटे। हेमंत सिंह ने उनके साथ किए नाटकों के संस्मरण सुनाए।



वही राजेश त्रिपाठी ने अपने रंग जीवन की शुरूआत के अनुभव बांटे, जितेंद्र पाल सिंह अहलूवालिया ने भट्टाचार्य के समर्पण को अभूतपूर्व बताया वही मथुरा प्रसाद तिवारी ने उनकी जीवटता को एक मिसाल की तरह पेश किया। गोवर्धन पानीग्राही के उनके प्रशासन के साथ किए गए कार्यों का वर्णन किया। साक्षरता, ज्ञान विज्ञान, अंध श्रद्धा निर्मूलन सम्बंधित कार्यो को साझा किया।

संस्था के इतर अन्य वक्तागण भी अपनी बात रखे इनमें रुद्र नारायण पाणिग्राही, मैत्री संघ पूर्व अध्यक्ष पुलक भट्टाचार्य, वर्तमान अध्यक्ष दीपक घोष एवं कैलाश चौहान ने भी उनके कई अनछुए पहलुओं को बताया। चौहान ने बापी दा को राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किए जाने की ज़रुरत बताई और कहा कि संस्कृति विभाग को इस ओर पहल की जानी चाहिए।

अंत में आभार प्रदर्शन समीर सेन ने किया उन्होंने बताया कि नगर की संस्था नव जनरंग भी नाट्य मंचन के द्वारा बापी दा को श्रद्धांजलि अर्पित कर रही है।

आज इस कार्यक्रम में राजेश श्रीवास्तव, महेंद्र महापात्र, प्रशांत दास, विक्रम कुमार सोनी, हेंद्र पांडे, सुरेश चौहान, केतन महानन्दी, भूमिका दास, मंजू दास, लिपि, कुंतल मेश्राम, धीरज कश्यप, मनोरंजन राय, मृणाल राय, रामचंद्र साहा, बावेजा, मंजू, महाराणा, लावण्या, शिव प्रकाश सिंह, शिवशंकर पिल्लई, संजय सरकार, अनूप कुर्रे, जितेंद्र बघेल, जैनेंद्र सिंह के अलावा मनीष पारख, अनवर खान, हेमू उपाध्याय, विकास दुग्गड़ मौजूद थे।कार्यक्रम का संचालन रंगकर्मी अफ़ज़ल अली ने किया।

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