एनएमडीसी डीएवी पॉलिटेक्निक द्वारा आयोजित छः दिवसीय राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण हुआ संपन्न

एनएमडीसी डीएवी पॉलिटेक्निक द्वारा आयोजित छः दिवसीय राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण हुआ संपन्न

छत्तीसगढ़ ( दक्षिण बस्तर दन्तेवाड़ा ) ओम प्रकाश सिंह ।  दंतेवाड़ा दंतेश्वरी माईजी की पावन धरती के जिला दंतेवाड़ा में पहली बार अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षण संस्थान परिषद नई दिल्ली एंव छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 6 दिवसीय तकनीकी शिक्षा पर राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम की समापन 29 सितंबर को हुआ। दंतेवाड़ा के एक मात्र प्रशिक्षण शंस्था एनएमडीसी डीएवी पॉलिटेकनिक, छत्तीसगढ़ राज्य में पहला पॉलिटेकनिक है, जिसको राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु चयनित किया गया था। 



यह कार्यक्रम में देश भर में आईआईटी, एनआईटी और अन्य विश्वविद्यालयों से विशेषज्ञों ने अपने विचार व्यक्त किए। द्वितीया व तृतीया दिन डॉ मीनाक्षी सूद ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मुख्य अंशों में पाठ्यचर्या पुनर्गठन पर ध्यान केंद्रित किया। परिणाम आधारित शिक्षा की व्याख्या डॉ. सौरभ मेहता और डॉ सौरभ चंद्राकर ने अधिक समग्र और बहु-विषयक शिक्षा पर चर्चा की। कार्यक्रम में सौम्यजीत महापात्रा ने बहुभाषावाद और उसके प्रभाव को बढ़ावा देने के बारे में बात की  डॉ विवेक नानोटी ने सूचना और संचार उपकरणों में अपना अनुभव साझा किया।  नवाचार के बारे में डॉ. राजश्री महापात्र ने सभी को जानकारी दी।  चौथे दिन रोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में नवाचारों पर चर्चा डॉ समीर बाजपेयी ने की I डॉ. संतोष बिस्वास ने जेंडर इनक्लूजन फंड और शिक्षा में इसके उपयोग के बारे में बताया। 



 

तकनीकी संस्थान में अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं और वित्त पोषण पर डॉ आर एन पटेल द्वारा चर्चा की गई थी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर केंद्रित छः दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ एम के वर्मा कुलपति सीएसवीटीयू भिलाई के उपस्थिति हुआ। उक्त समारोह में कॉलेज संरक्षक शिव रमन गौर निर्देशक डीएवी सीएमसी नई दिल्ली, पीएमसी चेयरमैन डॉ एसपीएस मथारु, यूनिवर्सिटी समन्वयक डॉ आर एन खरे, प्रशांत कुमार ए आर डी डीएवी एमपी सीजी जोन एवम अन्य अतिथि भी मौजूद रहे। इस शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के साथ साथ महाराष्ट्र, तमिल नाडु, आंध्र प्रदेश, गुजरात एवं मध्य प्रदेश से तकनीकी महाविद्यालय व विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक प्राचार्य डॉ मुकेश ठाकुर ने तकनीकी शिक्षा में शिक्षक और विद्यार्थीयों का भुमिका को केंद्रीकृत करते हुए संबोधन किया। यह कार्यक्रम का संचालन संस्था के व्याख्याताओं श्रीमति सोनल राय, वैभव प्रताप सिंह, राघवेंद्र धार दीवान और राज कुमार देशमुख द्वारा सफलता पूर्वक किया गया।

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