तांबा, पीतल के बर्तन, चांदी और सोने के आभूषणों को साफ कर चमकाने वाले अंतर्राज्यीय ठग गिरोह पुलिस पकड़ से कोसों दूर

तांबा, पीतल के बर्तन, चांदी और सोने के आभूषणों को साफ कर चमकाने वाले अंतर्राज्यीय ठग गिरोह पुलिस पकड़ से कोसों दूर

दन्तेवाड़ा में लगे सीसीटीवी कैमरा किसी काम का नहीं ना तो अपराधी का चेहरा साफ़ दिखाई पड़ता हैं और ना ही गाड़ी का नंबर प्लेट स्पष्ट रूप से दिखाई देता।


अपराधियों के द्वारा आज से सात महीने पूर्व दन्तेवाड़ा में एक घर, ज्वेलरी शॉप की दुकान और ठीक उसी दिन कोड़ेनार में एक घर से सोने पर हाथ साफ़ कर घटना को अंजाम देकर फरार होने में कामयाब हो गए

छत्तीसगढ़ ( दक्षिण बस्तर दन्तेवाड़ा ) ओम प्रकाश सिंह । अंतर्राज्यीय चोर गिरोह द्वारा तांबा, पीतल के बर्तन, चांदी एवं सोने के आभूषणों को साफ़ करने की बात कहकर लोगों को अपनी बातों में उलझा कर ठगी का शिकार बनाते हैं। आज से सात महीने पूर्व में कैलाश नगर दन्तेवाड़ा में एक घर को निशाना बनाते हुए, यह बात कहकर की तांबा, पीतल के बर्तन, चांदी व सोने के आभूषणों को साफ़ करने की बात कहकर चार कंगन और एक सोने की चैन लेकर घटना को बखूबी अंजाम देकर फरार हो गये, ठीक उसी दिन दन्तेवाड़ा के एक सोने, चांदी की दुकान में ठगी कर फरार होने में कामयाब हो गये। और इसी दिन कोड़ेनार में एक घर को निशाना बनाते हुए घटना को अंजाम देकर फरार हो गये।




अंतर्राज्यीय ठग गिरोह के द्वारा तीनों घटना दिनांक 12.02.2021 को किया गया जो कि आज दिनांक तक अपराधी पुलिस गिरफ्त से कोसों दूर हैं। अंतर्राज्यीय ठगों द्वारा सोने के आभूषणों को कुकर में रासायनिक पानी में डालकर उबालने से सोना चमकाने लगेगा, यह कहकर जेवरात को कुकर में डाल दिया गया है। कहकर ले जाकर गर्म करने कहा जाता हैं। कुकर को गर्म करने जाते ही आरोपी मौके से फरार हो जाते हैं। बाद में कुकर गर्म करने के पश्चात् खोलने पर सोने उक्त आभूषण कुकर के अंदर नहीं होता हैं। इंसान दिन - रात मेहनत मजदूरी करके एक - एक रूपया जमा कर अपने व अपने परिवार के लिये आवश्यकता अनुसार सामान खरीदता हैं। अपराधियों द्वारा एक झटके में सारा जमा पूंजी लेकर घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं।


इस काम को दो व्यक्ति के द्वारा अंजाम देकर फरार होने में कामयाब हो जाते हैं। गिरोह में शामिल ठगों के सदस्य अलग-अलग स्थानों पर जाकर घटना को अंजाम देते हैं। खासकर ऐसे घरों को निशाना बनाते हैं जहाँ पर महिला अकेली हो या फिर ऐसे आभूषणों की दुकानों को चुनते हैं जहाँ पर अधिक भीड़ - भाड़ होता हैं। देखा यह गया हैं कि जब भी अपराधियों द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं उसके बाद पुलिस घटना स्थल पहुँच कर विवेचना करती हैं। सीसीटीवी कैमरा फुटेज व मुखबीर के जरिये अपराधी तक पहुंचने का प्रयास करती हैं।




कई बार यह देखा हैं कि सीसीटीवी कैमरा में ना तो अपराधी का चेहरा साफ़ दिखाई पड़ता हैं और ना ही गाड़ी का नंबर स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देता हैं ऐसी स्थिति में पुलिस को अपराधियों तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।




लोग सीसीटीवी कैमरा लगा तो लेते हैं पर कैमरा, वायर और डीवीआर की क्वालिटी अच्छी नहीं होने के कारण अपराधी की पिक्चर सही से नहीं आता व तस्वीर धुंधला दिखाई पड़ता है। जिससे पुलिस को अपराधियों तक पहुंचने में काफी परेशानियां का सामना करना पड़ता है।

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