‘युवोदय’ के एक साल पूरे, बस्तर की पहचान बन गढ़े कई मील के पत्थर

युवोदय’ के एक साल पूरे, बस्तर की पहचान बन गढ़े कई मील के पत्थर

छत्तीसगढ़ ( जगदलपुर ) बस्तर दर्पण । कहते हैं युवा शक्ति हर कार्य कर सकती है। नदी जब अपने यौवन में होती है, तब वह बड़े से बड़े पहाड़ को ध्वस्त कर सकती है। मगर इसी युवा नदी को सही दिशा मिलने के बाद यह यह फसलों को सिंचित करती है और लोगों को आश्रय देती है। बस्तर के लोगों की भलाई के लिए कुछ कर गुजरने की इच्छुक ऐसी ही युवा जोश से भरपूर शक्ति को दिशा देने और संगठित करने का कार्य बस्तर के युवा कलेक्टर रजत बंसल द्वारा किया गया। ऐसी युवाशक्ति में नेतृत्वक्षमता गढ़कर उनके कार्य में धार लाई गई। युवोदय के नाम से संगठित यह युवाशक्ति बस्तर के विकास में सहयोग के नए आयाम गढ़ रही है। स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, संस्कृति, पर्यटन, खेलकूद, कृषि, वनोपज, डिजिटल सामग्री और सूचना तकनीक, जल-स्वच्छता, पंचायती राज संस्थाएं और बाल संरक्षण सहित लिंग समानता व कोविड-19 के रोकथाम के लिए लगातार काम कर रहे युवोदय के वॉलंटियर्स ने जिले के विकास में अब आगे बढ़कर सहयोग कर रहे हैं। 23 सितंबर 2020 को शुरू हुए इस अभिनव पहल की पहचान आज पूरे छत्तीसगढ़ के साथ ही देश में होने लगी है।




युवोदय के स्वयंसेवकों में समाज के हित के लिए कार्य करने की इस भावना को देखते हुए यूनिसेफ जैसी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध संस्था ने भी हाथ मिलाया और इस युवाशक्ति से जुड़ने का फैसला किया। युवोदय स्वयंसेवकों का क्षमतावर्धन करने तथा उनके सभी कार्य क्षेत्रों में उनकी सहायता के लिए व उन्हें तकनीकी ज्ञान देने यूनिसेफ जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठन के साथ बस्तर जिला प्रशासन ने एमओयू में हस्ताक्षर किया था। जिसके बाद से हजारों की संख्या में मौजूद युवोदय स्वयंसेवकों को विषय विशेषज्ञों के द्वारा नियमित ट्रेनिंग भी दी गई। कलेक्टर रजत बसंल निरंतर युवोदय स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन भी करते आ रहे हैं, जिससे स्वयंसेवकों को नई उर्जा मिलती है।




वर्तमानमें युवोदय में 7000 से अधिक पंजीकृत वालंटियर्स हैं तथा 3000 से अधिक वालंटियर्स सक्रिय रूप से अपने गांव के विकास के लिए अपनी सहभागिता दे रहे हैं। बास्तानार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी युवोदय के कार्यों की सराहना की।  उन्होंने युवोदय के न्यूज़लेटर का विमोचन किया साथ ही उत्कृष्ट कार्य के लिए युवोदय वॉलिंटियर्स को सम्मानित किया गया था।
युवोदय के गठन के बाद से ही जिले के विकास की दिशा में और लोगों को पोषण व स्वच्छता और कोविड-19 के प्रति जागरूक करने की ओर कई कार्य किए गए। इसमें दु पाईडल सुपोषण बर कार्यक्रम, सुपोषण दान कार्यक्रम, पुस्तक दान कार्यक्रम, सुपोषण वाटिका अभियान, रक्तदान शिविर, दिव्यांग जनों का शिविर, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन, यूनिसेफ द्वारा उन्मुखीकरण एवं क्षमता वर्धन कार्य शाला सह प्रशिक्षण, कोविड टीकाकरण अभियान, आमचो शुघ्घर गार्डन अभियान, जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यों में युवोदय स्वयंसेवकों ने अपनी सहभागिता दी।
युवोदय वॉलंटियर्स के द्वारा बस्तर जिले के सभी ग्राम पंचायत में आँगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, सरपंच-सचिव के साथ घर-घर जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया गया एवं टीकाकरण केंद्र लेजाकर उनका रेजिस्ट्रेशन कर टीका लगवाया गया। अब तक करीब 37 हजार से भी अधिक लोगों को जागरूक कर उनका टीकाकरण कराया गया।




बस्तर में पोषण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए युवोदय स्वयंसेवक लगातार कुपोषित बच्चों के घर-घर जाकर उन्हें पोषण आहार के बारे में बता रहे हैं। साथ ही पोषण पुनर्वास केंद्र की जानकारी देकर वहां ले जाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। गर्भवती महिलाओं को 1000 दिन, तिरंगा भोजन की विशेषताओं के बारे में बताकर अपना खास ख्याल रखने एवं संस्थागत प्रसव करने का संदेश दे रहे हैं। युवोदय स्वयंसेवक लगातार स्वस्थ व्यवहारों को बढ़ावा देने के प्रति और जनजागृति के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पोषण के साथ ही कला, संस्कृति एवं पर्यटन के क्षेत्र में भी युवोदय अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। पर्यटन स्थलों में साफ-सफाई को लेकर वह पर्यटकों को भी जागरूक कर रहे हैं। चित्रकूट महोत्सव में आयोजित खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम, एडवेंचर स्पोर्ट्स के आयोजन में यूवोदय वॉलंटियर्स द्वारा सहयोग किया गया व स्वच्छता अभियान ओर रैली निकाला गया व प्लास्टिक मुक्त आभियान हेतु रैली के माध्यम से लोगो को जागरूक किया गया। युवोदय के तहत प्राप्त अनुभव से स्वयंसेवकों की नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी और उन्हें व्यवसाय और उद्योग क्षेत्र में बेहतर अवसर मिलेंगे।

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