आमचो बस्तर में अतिथियों ने देखी बस्तर की बदलती तस्वीर, बस्तर के क्षेत्रीय व्यंजन के हुए मुरीद
आमचो बस्तर मीट : युवा इंफ्लुएंसर्स ने आदिवासी समुदाय के रहन-सहन और संस्कृति को जाना
छत्तीसगढ़ ( जगदलपुर ) बस्तर दर्पण । आमचो बस्तर मीट में देशभर से पहुंचे पत्रकार, युट्यूबर्स, इंफ्लुएंसर्स ने बस्तर पहुंचकर सबसे पहले क्षेत्रीय लोगों से मुलाकात की और बस्तर के कुछ पर्यटन क्षेत्र गए। इस दौरान बातचीत के दौर में उन्होंने अलग-अलग जनजातिय समुदाय के लोगों से उनके अनुभव जाने, उनकी जीवनशैली, रहन-सहन, खान-पान, संस्कृतिक विविधता के बारे में जाना। बस्तर पधारे मेहमानों ने बस्तर के विशेष व्यंजनों का भी आनंद उठाया, उन्होंने अपने अनुभव साझा किए साथ ही बदलते बस्तर के अनोखेपन को महसूस किया।
बस्तर की नई तस्वीर ने दीवाना बना दिया : ईशान
ह्यूमन्स ऑफ छत्तीसगढ़ से ईशान गुप्ता ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि मादरकोंटा गुफ़ा से पपीते के खेत तक हमने सफर का बेहद आनंद उठाया। हमने बस्तर के लोक व्यंजनों का आनंद लिया, सच बताऊं तो मैंने इतना बढ़िया खाना बहुत कम खाया है, पोषण आहार महोत्सव में शामिल होकर हमें पता चला कि बस्तर अब पहले जैसा नहीं है, बस्तर के बदलते स्वरूप में यहां के प्रत्येक निवासी का बराबर योगदान है।
बस्तर आने का अनुभव बेशकीमती : आशुतोष
प्रसिद्ध पत्रकार व सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर आशुतोष उज्जवल बताते हैं कि बस्तर के बारे में हमने जितना कुछ सुना था, हमारा अनुभव उससे कई ज्यादा बेशकीमती रहा, हम यहां पहुंचने के साथ सबसे पहले बस्तर की मादरकोंटा गुफ़ा गए, गुफा के अंदर जाने का एडवेंचर कभी नहीं भूल पाने वाला हो गया, यहां की आदिवासी महिलाओं द्वारा पपीते की जो खेती की जा रही है वह देशभर के लिए बेहतरीन मिसाल है।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन बस्तर द्वारा बदलते बस्तर की पर्यटन तस्वीर को देश-दुनिया के सामने प्रसारित करने के उद्देश्य से आमचो बस्तर मीट की पहल की गई। कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन की वजह से आवाजाही प्रतिबंधित होने के कारण बस्तर में पर्यटकों के आने का ग्राफ घट गया था, इसे बूस्ट करने की दिशा में आमचो बस्तर बड़ा कदम है। आमचो बस्तर के लिए नीतू सिंह, दीपानवीता नियोगी, आकाश गुप्ता, साहित्य उपाध्याय, रोहित उपाध्याय, आशुतोष उज्ज्वल, कृति और अनिल सिन्हा बस्तर पहुंचे हैं।
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