बीजापुर : टेकलगुडेम शहीद जवान समैया माड़वी की याद में " प्लेक " का अनावरण किया गया।

बीजापुर : टेकलगुडेम शहीद जवान समैया माड़वी की याद में " प्लेक " का अनावरण किया गया।

शहीद सिपाही समैया माडवी की शहादत एवं सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखा जायेगा।

सीआईपीएफ द्वारा सभा का आयोजन कर परिजनों की उपस्थिति में दी गई, शहीद जवान को श्रद्धांजलि

छत्तीसगढ़ ( बीजापुर ) ओम प्रकाश सिंह ।  241 बस्तरिया बटालियन, केन्द्रिय रिजर्व पुलिस बल द्वारा दिनांक 09 अक्टुबर 2021 को पदमा कुमार, कमाण्डेंट-241 बटा0 द्वारा छत्तीसगढ़ के शहीद सिपाही समैया माड़वी की याद में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, आवापल्ली, बीजापुर में एक सभा का आयोजन किया गया। 



इस अवसर पर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, आवापल्ली में शहीद सिपाही समैया माडवी की प्लेक (Plaque) का अनावरण किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में कोमल सिंह, पुलिस उप महानिरीक्षक, (परिचालन) बीजापुर, विशेष अतिथि कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक बीजापुर, राजेन्द्र कुमार कटारा, जिलाधिकारी बीजापुर, पुष्पेन्द्र कुमार, कमाण्डेंट- 229 बटा0, विकास पाण्डेय, कमाण्डेंट-168 बटा0, राजीव कुमार, कमाण्डेंट-153 बटा0 एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे । 



इस सभा में शहीद समैया माडवी की धर्मपत्नी श्रीमती लक्ष्मी माड़वी, पिता सुबैया माडवी एवं माता श्रीमती चिनक्का माड़वी गाँव के अन्य गणमान्य लोग भी शामिल हुए। मुख्य अतिथि द्वारा शहीद समैया माड़वी के प्रारंभिक शिक्षा से लेकर के.रि.पु.बल में शहीद होने तक का वृतांत प्रस्तुत किया।

 

शहीद समैया माडवी जून 2017 में 241 बस्तरिया बटालियन में भर्ती हुए। बुनियादी प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत समैया माड़वी ने दक्षिण व पश्चिम बस्तर के कई घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में अपनी ड्यूटी का निर्वहन किया। 



सरकीगुडा में 241 बटालियन के प्लाटून नं.1 में तैनात थे। दिनांक 03/04/2021 को पी.एस. तरेम क्षेत्र के टेकलगुडेम के पास परिचालिक ड्यूटी के दौरान नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 241 बस्तरिया बटालियन के सिपाही समैया माडवी नक्सलियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त किया।



इनके आकस्मिक निधन से के.रि.पु.बल ने एक वीर सैनिक और श्रेष्ठ इंसान को खोया है। देश की सुरक्षा के प्रति समर्पित शहीद सिपाही समैया माडवी की शहादत एवं सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखा जायेगा। कमाण्डेट 241 बटालियन द्वारा सभा में उपस्थित जनसामान्य को विकास से जोड़ने और उन्हें सुख-सुविधाओं को प्रदान करने पर बल दिया।

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