"अपने समुदाय और गांव वालों के लिए प्रेरणा बनेगा मिथिलेश " नवोदय में हुआ चयन --विजय कौशिक
छत्तीसगढ़ ( बसना - महासमुंद ) ओम प्रकाश सिंह । अति पिछड़े आदिवासी बाहुल गांव जहां शिक्षा के प्रति रुचि नगण्य लगती है। विद्यार्थियों के माता-पिता गरीब और मजदूर या फिर छोटे किसान है. इससे पूर्व गांव का कोई भी विद्यार्थी प्राथमिक स्तर से ही पास होकर उच्च श्रेणी के आवासीय विद्यालय के लिए चयनित नहीं हो पाया था, राज्य सरकार द्वारा संचालित एकलव्य आवासीय विद्यालय और केंद्र सरकार द्वारा संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय के लिए चयनित हुआ।
नवपदस्थ शिक्षक विजय कौशिक ने आदिवासी क्षेत्र के स्कूली बच्चों को निखार कर प्रतिभावान बनाने हेतु वे धीरे-धीरे प्रयास करते हुए विद्यार्थियों को उचित माहौल प्रदान करने की कोशिश कर रहे है। जिससे कि पांचवी, आठवीं और दसवीं से होने वाले विभिन्न उच्च श्रेणी के विद्यालय चयन प्रतियोगी परीक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार हो सके।
इस उपलब्धि पर शिक्षक विजय कौशिक जी द्वारा बताया गया कि अब उस विद्यालय के विद्यार्थियों के साथ-साथ गांव वालों का नजरिया भी शिक्षा के प्रति सकारात्मक दिखने लगा है और उम्मीद कर रहे हैं कि पालकों द्वारा अपने बच्चों को पढ़ाई के लिये विशेष रुचि दिखाएंगे।
95% बाहुल पिछड़े आदिवासी गांव से जवाहर नवोदय विद्यालय सरायपाली के लिए प्रथम बार चयन होने पर पूरे गांव में हर्ष का माहौल है। इससे गांव और मिथिलेश के समुदाय को प्रेरणा मिलेगी।
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