ताइवान के उच्चाधिकारी पहुंचे "मां दंतेश्वरी हर्बल" कोंडागांव, मिलकर करेंगे काम
ताइवान के अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रोत्साहन विभाग तथा मां दंतेश्वरी हर्बल समूह के बीच एमओयू पर सहमति
काली मिर्च, स्टीविया, सफेद मूसली तथा ऑस्ट्रेलियन टीक की खेती से अतिथि दल हुआ प्रभावित
मां दंतेश्वरी हर्बल के बारे में पहले से ही काफी सुन रखा था ताइवान के उच्चाधिकारियों ने
छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह । ताइवान के "अंतराष्ट्रीय व्यापार प्रोत्साहन विभाग" प्रमुख वेल्बर वांग तथा भारत में उनके सहयोगी ऋषभ कल बुधवार को कोंडागांव के "मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म तथा रिसर्च सेंटर" पहुंचे। उन्होंने वहां पर स्थानीय जनजातीय समुदायों के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय जैविक पद्धति से उगाई जा रही औषधीय पौधों की खेती को स्वयं खेतों पर जाकर देखा समझा। ताइवान तथा छत्तीसगढ़ प्रदेश के बीच परस्पर आयात निर्यात, व्यापार को बढ़ाने की संभावनाओं पर ठोस पहल करने के उद्देश्य ताइवान के अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रोत्साहन विभाग के अधिकारी अपने दल के साथ छत्तीसगढ़ आए हुए थे। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में मां दंतेश्वरी हर्बल समूह के द्वारा उगाई जा रही सफेद मूसली, स्टीविया, काली मिर्च तथा अन्य दुर्लभ जड़ी बूटियों तथा मसालों की सर्टिफाइड ऑर्गेनिक खेती तथा इनके उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में वेल्बर ने काफी कुछ पढ़ सुन रखा था। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर बड़ी हैरानी हुई थी कि पूरे भारत में सबसे पहले, यानी कि आज से 20 साल पहले, औषधीय पौधों की खेती का प्रमाणित जैविक फार्म बस्तर जैसे पिछड़े क्षेत्र में स्थापित हुआ था, इतना ही नहीं उन्होंने यहां के स्थानीय आदिवासी समुदायों के साथ मिलकर पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण, जड़ी बूटियों की प्रजातियों को बचाने हेतु, हर्बल की खेती तथा जैविक खेती में जो ठोस कार्य किया है,इसके लिए डॉक्टर राजाराम त्रिपाठी की जितनी सराहना की जाए कम है।
यहां की काली मिर्च, स्टीविया एवं सफेद मूसली की गुणवत्ता के बारे में जानकर वह पहले से ही काफी प्रभावित थे, इन सब कारणों से उन्होंने स्वयं कोंडागांव जाकर इस खेती को सीधे खेतों पर ही देखना समझना उचित समझा। उन्होंने कहा कि उनका संस्थान "मां दंतेश्वरी हर्बल समूह" द्वारा उगाए गए जैविक औषधियों मसालों तथा खाद्य संपूरकों के व्यापार को अपने देश को बढ़ावा देने हेतु पूरी मदद करेगा तथा इन जड़ी बूटियों एवं खाद्य पदार्थों के प्रसंस्करण हेतु अपने देश की उन्नत तकनीक भी उपलब्ध कराएगा। इसी तारतम्य में ताइवान के ताइपे में आने वाले दिनों में आयोजित होने वाले विश्व के सबसे बड़े "खाद्य व प्रसंस्करण तकनीक एक्सपो 2021-22" में भी "बस्तर के मां दंतेश्वरी हर्बल समूह" के सदस्यों के दल को सम्मिलित होने हेतु आमंत्रित किया जाएगा।
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