प्रशासन की असंवेदनशीलता के कारण छले जा रहे हैं बस्तर के युवा -अरुण पाण्डेय्

प्रशासन की असंवेदनशीलता के कारण छले जा रहे हैं बस्तर के युवा -अरुण पाण्डेय्

छत्तीसगढ़ ( बस्तर ) ओम प्रकाश सिंह । बस्तर के युवाओं के साथ प्रशासन द्वारा किए जा रहे छलावे को देखकर अरुण पाण्डेय् ने कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते कहा हैकि ज़िला प्रशासन द्वारा " शिक्षा गुड़ी " नाम पर यूपीएससी / प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु निःशुल्क प्रशिक्षण योजना चयन प्रक्रिया के 5 माह उपरांत भी केवल इस कारण अब तक आरंभ नही हों पाई है क्योंकि प्रशासनिक अधिकारियों के पास बस्तर के युवाओं को प्रशिक्षण मिल सके इसके लिए भवन एलॉटमेंट करने के लिए समय तक नही है। जबकि यही प्रशासन बिना की लिखित आदेश के युवोदय नाम की निजी संस्था को निःशुल्क सरकारी भवनों में कार्यालय संचालन के लिए भवन उपलब्ध करा रही है।



अरुण पाण्डेय् ने कहा हैकि अधिकरियों से बात करने जब ये लोग जाते हैं तब उनसे कोई मूलाक़त भी नही करते व उनका ज्ञापन लेकर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। बस्तर के युवाओं के साथ प्रशासन व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस तरह का भेदभावपूर्ण रवैय्या उचित नही है। युवोदय नाम की संस्था को किस आधार पर भवन एलॉटमेंट हो जाते हैं जबकि सरकारी प्रोजेक्ट " शिक्षा गुड़ी " जिसमें बस्तर के युवाओं को यूपीएससी / प्रतियोगिता परीक्षा हेतु तैयारी के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाना है ठंडे बस्ते में इस कारण पड़ी है क्योंकि प्रशिक्षण के लिए 5 माह पश्चात भी अधिकारियों की लापरवाही व प्रशासन की अंसवेदनशीलता के चलते भवन एलॉटमेंट नही हो पाया है।



अरुण पाण्डेय् ने वर्तमान प्रशासनिक अधिकारियों को ताना मरते हुए कहा कि " मुझे पूरी उम्मीद है युवाओं की इसी भीड़ से कोई बस्तर का कलेक्टर बनकर इस घटिया सिस्टम को सुधार कार्य करेगा। "

उन्होंने आगामी 1 सप्ताह के भीतर प्रशिक्षण हेतु भवन एलॉटमेंट की प्रक्रिया करने या अन्यथा की स्तिथि में विरोध हेतु तैयार रहने की चेतावनी ज़िला प्रशासन को दी है

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