अबूझमाड़ क्षेत्र में गर्भवती माताओं एवं बच्चों को परम्परागत दोना में दिया जा रहा गरम भोजन

अबूझमाड़ क्षेत्र में गर्भवती माताओं एवं बच्चों को परम्परागत दोना में दिया जा रहा गरम भोजन

7000 बच्चों एवं 1800 गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन मिल रहा भोजन

छत्तीसगढ़ ( नारायणपुर ) बस्तर दर्पण ।  शासन के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अबूझमाड़ क्षेत्र की गर्भवती माताओं एवं आंबनबाड़ी में आने वाले बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य एवं सुपोषित कराने के लिए प्रतिदिन गरम भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। 



नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर के लगभग 1800 गर्भवती माताओं एवं आंगनबाड़ी केन्द्र में आने वाले 7000 बच्चों को गरम भोजन दिया जा रहा है। अबूझमाड़ क्षेत्र के कुछ ग्रामों में इन महिलाओं एवं बच्चों को गरम भोजन परम्परागत तरीके से पत्तों से तैयार किये दोना-पत्तल में गरम भोजन दिया रहा है। वहीं कुछ स्थानों में टिफिन के माध्यम से भी भोजन का वितरण किया जा रहा है। 



गर्म भोजन में स्थानीय स्तर पर मिलने वाली हरी साग-सब्जी, दाल एवं चांवल दिया जा रहा है। शासन द्वारा कोरोना वायरस की तीसरी लहर के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु दिये गये दिशा-निर्देशों का पालन भी किया जा रहा है। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन और सहायिकाओं का सहयोग मिल रहा है।

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