जिला स्तर पर पुनर्वास हेतु समन्वय के लिए समिति का गठन के निर्देश

जिला स्तर पर पुनर्वास हेतु समन्वय के लिए समिति का गठन के निर्देश

बस्तर के प्रवासी व्यक्तियों के पुनर्वास के लिए समन्वय अधिकारी नियुक्त

छत्तीसगढ़ ( जगदलपुर ) बस्तर दर्पण ।  छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार बस्तर क्षेत्र के प्रवासी व्यक्तियों के लिए पुनर्वास के लिए विभिन्न राज्यों से समन्वय हेतु बस्तर संभागायुक्त श्याम धावड़े को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इनके कार्यालय का दूरभाष क्रमांक 07782-231190 है। इसके साथ ही सहायक नोडल अधिकारी व संभाग प्रभारी अधिकारी उपायुक्त बीएस सिदार का मोबाईल नंबर 9977124830 को बनाया गया है।




   कमिश्नर धावड़े द्वारा जारी आदेश के तहत् कलेक्टर बीजापुर, दंतेवाड़ा एवं सुकमा जिला स्तर पर प्रवासी व्यक्तियों के पनुर्वास हेतु समन्वय के लिये पृथक से एक समिति का गठन करने कहा गया है। जिला स्तर पर गठित समिति में कलेक्टर की अध्यक्षता में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत वन मण्डलाधिकारी (सामान्य), अनुविभागीय अधिकारी (रा.), सहायक आयुक्त आदिवासी विकास एवं इनके अतिरिक्त अन्य अधिकारी जिन्हें कलेक्टर उक्त समिति में नियुक्त करना चाहे कर सकते हैं।
शासन के आदेश के परिपालन में बस्तर संभाग अंतर्गत सीमावर्ती तेलंगाना एवं अन्य प्रान्तों में प्रवासित नागरिकों को अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वन निवासी (वन अधिकारी की मान्यता) अनिनियम 2006 तथा अनुसूचित जनताति और अन्य परंपरागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) संशोधन नियम 2012 की धारा 3(1)(एम) के प्रावधान के अनुसार अनुसूचित जनजाति समुदाय के पुनर्वास की कार्यवाही हेतु समन्वय के लिये संभाग एवं जिले के लिए कलेक्टरों द्वारा प्रस्तावित नामित अधिकारियों को नोडल अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है।
जिसमें दंतेवाड़ा कलेक्टर कार्यालय के दूरभाष क्रमांक 07856-252455,  संयुक्त कलेक्टर सुरेन्द्र ठाकुर के मोबाईल नंबर 7828752593, सुकमा कलेक्टर कार्यालय के दूरभाष क्रमांक 07864-284004 तथा अनुविभागीय दंडाधिकारी बनसिंह नेताम के मोबाईल नंबर 79872-06399, बीजापुर कलेक्टर कार्यालय के दूरभाष क्रमांक 07853-220022 तथा संयुक्त कलेक्टर मनोज बंजारे के मोबाईल नंबर 90985-42007 पर पुनर्वास के संबंध में संपर्क किया जा सकता है।
    उपरोक्त नोडल अधिकारियों के द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर पुनर्वास के संबंध में परामर्श किया जाएगा। प्रवासी व्यक्तियों से संपर्क स्थापित कर उनकी समस्याओं का सतत निरीक्षण करेंगे। नोडल अधिकारी द्वारा उक्त कार्य की प्रगति की जानकारी से प्रति सप्ताह कलेक्टर को प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे। कलेक्टरों द्वारा उपरोक्त कार्य के संबंध में अपनी समय-सीमा की बैठक में सतत् समीक्षा किया जाएगा।




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