केन्द्रीय राज्यमंत्री मेघवाल ने की बस्तर जिले के विकास कार्यों की समीक्षा

केन्द्रीय राज्यमंत्री मेघवाल ने की बस्तर जिले के विकास कार्यों की समीक्षा

छत्तीसगढ़ ( जगदलपुर ) बस्तर दर्पण ।  भारत सरकार के संसदीय मामले एवं संस्कृति विभाग के राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज आकांक्षी जिला बस्तर में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। स्थानीय विश्राम भवन में आयोजित इस समीक्षा बैठक में सांसद दीपक बैज, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, कलेक्टर रजत बंसल, वन मंडलाधिकारी डीपी साहू, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहित व्यास सहित जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।



मेघवाल ने आकांक्षी जिलों के विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, रोजगार, अधोसंरचना आदि क्षेत्रों के लिए निर्धारित सूचकांकों के अंतर्गत समीक्षा करते हुए आवश्यकता अनुसार प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे केन्द्र स्तर पर सहायता के लिए पहल की जा सके। समीक्षा के दौरान कलेक्टर बंसल तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहित व्यास ने बस्तर जिले में संचालित विकास कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि बस्तर जिले को फरवरी माह में नीति आयोग द्वारा जारी आकांक्षी जिलों की सूची में 19वां स्थान प्रदान किया गया है तथा कृषि के क्षेत्र में प्रथम स्थान दिया गया है। बस्तर जिला शिक्षा व स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में भी अग्रणी स्थान प्राप्त कर चुका है।
बस्तर में जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए बादल एकेडमी और कलागुड़ी का संचालन, युवा स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए स्थापित थिंक बी, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए संचालित ज्ञानगुड़ी, रोजगार संवर्धन के लिए बस्तर में महिला स्वसहायता समूहों के माध्यम से की जा रही पपीता और काॅफी की खेती, शिक्षा के लिए मोहल्ला क्लास एवं सीख कार्यक्रम आदि के संबंध में जानकारी दी।

     मंत्री मेघवाल ने बस्तर में किए जा रहे इन कार्यों की प्रशंसा करते हुए पशुपालन एवं मछलीपालन को बढ़ावा देने की आवश्यकता भी बताई। उन्होंने किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना आदि योजनाओं से लाभान्वित करने के साथ ही मछली पालन एवं डेयरी संचालन के लिए किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रगतिशील किसानों को अन्य राज्यों में शैक्षणिक भ्रमण पर भी जोर दिया। उन्होंने बस्तर में डेयरी संचालन को भी प्रोत्साहित करने की आवश्यकता बताई। ग्रामीण क्षेत्रों में अधोसरंचनाओं के निर्माण के साथ ही अब आवश्यकतानुसार शालाओं में अतिरिक्त कक्षों के निर्माण के लिए नाबार्ड द्वारा संचालित रुरल इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट फंड के माध्यम से राशि का प्रबंध करने के निर्देश भी दिए। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए शिशु मृत्यु, मातृ मृत्यु, पर अधिक से अधिक नियंत्रण की आवश्यकता बताई। उन्होंने वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए गांवों में युवाओं को बैंक काॅरेस्पोंडेंस के तौर पर नियुक्त करने के साथ ही ग्रामीणों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसे बहुत ही कम दर पर उपलब्ध बीमा योजनाओं के माध्यम से सुरक्षा प्रदान करने पर भी जोर दिया। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर नेटवर्क की उपलब्धता की भी समीक्षा करते हुए भारत नेट कार्यक्रम में गति लाने की आवश्यकता बताई। मेघवाल ने आजादी के 75वें वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव के तहत केन्द्रीय संस्कृति एवं आदिवासी मामलों के मंत्रालय द्वारा आजादी के अनसूने नायकों की कथाओं को सामने लाने के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में पूरे देश में 15 संग्रहालयों की स्थापना भी की जा रही है। उन्होंने इसके लिए अंचल के जनजाति नायकों के संबंध में आवश्यक तथ्य एकत्रित करने के निर्देश भी दिए।






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