तोकापाल: तहसीलदार द्वारा बिना कारण के कोटवार पद से हटा कर दूसरे को नियुक्त करने के संबंध में-बजीर।

तोकापाल: तहसीलदार द्वारा बिना कारण के कोटवार पद से हटा कर दूसरे को नियुक्त करने के संबंध में-बजीर


छत्तीसगढ़ ( तोकापाल-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह।  बजीर पिता काशी जाति माहरा निवासी ग्राम कलेपाल पोस्ट तेलीमारेंगा तहसील तोकापाल जिला बस्तर का एक गरीब परिवार से हूँ। मेरे गांव के लोगों ने मुझे वर्ष 1989-1990 में ग्राम कलेपाल के कोटवार पद के लिए ईमानदारी को देखते हुए चुने थे। मैंने लगातार 32 वर्ष तक कोटवार के पद पर रहकर मेरे द्वारा हर चुनावी कार्य और जो भी कार्य दिया जाता था उसे तत्परता पूर्वक अपनी ड्यूटी ईमानदारी के साथ किया जिस पर सभी ग्रामवासी एवं शासकीय कर्मी कोटवार संघ थाना में सभी सराहना करते थे। वर्ष 2018 में मुझे अच्छे कोटवारी के लिए प्रशस्ति पत्र दिया गया है।



कोटवार बजीर ने जानकारी दी कि  विगत दिनों गांव का मेरा प्रतिद्वंदी " पीलादास " के द्वारा षड़यंत्र रचकर मेरे खिलाफ झूठी मनगढंत शिकायत किया जो शिकायत प्रमाणित नहीं पाया गया तब मेरे उम्र का हवाला देकर कोटवार पद से 28.02.2019 से अकस्मात मुझे पदच्यूत किया गया और शिकायत कर्ता पीलादास को कोटवार पद दिया गया। जो सर्वथा गलत है। जबकि मेरी उम्र 60 साल भी नहीं हुआ था न अभी भी 60 वर्ष नहीं हुआ है। डॉक्टरी परीक्षण रिपोर्ट 2019 में 55 वर्ष लेख किया गया हैं। मुझे हटवाने में पुरी जोर लगाने वाले पीलादास जो लगभग मेरे उम्र का ही है।

तहसील तोकापाल सांठगांठ कर कोटवार पद पर नियुक्त किया गया है।

पीलादास पूर्व में शासन द्वारा जंगल कटाई में लिप्त पाये जाने पर पदच्यूत कोटवार बुदरू का छोटा भाई होने के कारण पीलादास को अयोग्य माना गया था।फिर भी पिलादास पूर्व में कोटवार पद पाने के लिए आवेदन / अपील हर न्यायालय (तहसील, अनुभाग, जिला एवं संभाग स्तर) में मेरे विरूद्ध करता रहा और हर बार हारता रहा है।

किंतु "पीलादास को 28.02.2019 को तहसीलदार तोकापाल द्वारा कोटवार पद पर नियुक्त किया गया एवं मुझे कोटवार पद से हटा दिया गया है।"

मुझे बिना कारण के कोटवार पद से हटाने से मैं और मेरा पूरा परिवार तथा पूरा गांव अचंभित हैं, पूरे गांव के लोग मुझे आज भी कोटवार के लिए चाहते हैं। गांव वालों से पूछा जाय कोटवार के पद पर किसे रखना है। मुझे तकलीफ इस बात का है कि मेरे गलती के बिना ही मुझे हटाया गया हैं मैं अभी चल फिर सकता हूँ हर काम कर सकता हूँ। मैं गरीब होने के कारण कानूनी लड़ाई नहीं लड़ पा रहा हूँ। वकील का फीस देने के लिए मेरे पास रकम नहीं हैं। 28.02.2019 के पश्चात मेरी कोटवारी जमीन को भी पीलादास के नाम कर दिया गया है। अब मेरे पास कुछ नहीं है भूख मरने की स्थिति निर्मित हो गई हैं। जबकि पीलादास संपत्ति संपन्न व्यक्ति है। जो रूपये देकर पद खरीदी किया है ऐसा लगता है।

मेरा केस वर्तमान में कमिश्नर के न्यायालय जगदलपुर में लंबित है। माननीय मुख्य मंत्री मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके उचित निर्देश से जल्द ही केस निपटारा करने व सहानूभूति पूर्वक और उचित न्याय की अपेक्षा करता हूँ।






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