🇮🇳 बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में पुलिस ‘स्मृति दिवस’ कार्यक्रम आयोजन की गई।

🇮🇳 बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में पुलिस ‘स्मृति दिवस’ कार्यक्रम आयोजन की गई।




🇮🇳 Police Commemoration Day was observed in Jagdalpur and homage paid to all those brave soldiers who made ultimate sacrifice in defending the democratic values and integrity of the nation





🇮🇳 छत्तीसगढ़ पुलिस वर्ष २०२१-२२ में संपूर्ण भारतवर्ष में कर्तव्य के दौरान अपने प्राणों को न्यौछावर किये २६१ पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बल के अधिकारी एवं जवानों के स्मरण में सुन्दरराज पी., पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा उनका नाम का वाचन किया जाकर शहीदों को स्मरण किया गया।





🇮🇳 १८ वर्षों में पहली बार नक्सल हिंसा के कारण से हुई शहादत में आई कमी।



🇮🇳 पुलिस ‘स्मृति दिवस’ की आज के कार्यक्रम  में बस्तर के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा,  संसदीय सचिव रेखचंद जैन कश्यप, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, सभापति श्रीमती कविता साहू, कलेक्टर चंदन कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, बस्तर जितेन्द्र सिंह मीणा, सेनानी ५वीं वाहिनी छसबल शशिमोहन सिंह, एवं अन्य अधिकारी व बल सदस्यगण उपस्थित रहे।



छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह । संपूर्ण भारत वर्ष में अपना कर्तव्य वेदी पर सर्वोत्तम बलिदान दिये वीर शहीद सपूतों के स्मरण में पुलिस ‘स्मृति दिवस’ मनाते हुये उन्हें श्रद्धांजति अर्पित की जाती है।



ज्ञात होगा कि आज से ६३ वर्ष पूर्व २१ अक्टूबर१९५९ को भारत एवं चीन की सीमा पर कर्तव्य का निर्वहन करते हुये सीआरपीएफ के १० अधिकारी एवं जवानों द्वारा अपने देश के लिए सर्वोच्चतम बलिदान दिया गया जिसके स्मरण में प्रतिवर्ष २१ अक्टूबर को पुलिस ‘स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।



बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में ५वीं वाहिनी छसबल परिसर में आज पुलिस ‘स्मृति दिवस’ के कार्यक्रम आयोजित करते हुये वर्ष २०२१-२२ में संपूर्ण भारतवर्ष में कर्तव्य के दौरान अपने प्राणों को न्यौछावर किये २६१ पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बल के अधिकारी एवं जवानों के स्मरण में सुन्दरराज पी., पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा उनका नाम का वाचन किया जाकर शहीदों को स्मरण किया गया।



उल्लेखनीय है कि वर्ष २०२१-२२ में बस्तर पुलिस के शहीद प्रधान आरक्षक सालिक राम मरकाम, शहीद आरक्षक अर्जुन कुड़ियामी एवं शहीद सहायक आरक्षक गोपाल कड़ती का भी नाम वाचन बस्तर से लेकर देश के समस्त राज्यों में किया जाकर उनके बलिदान को स्मरण किया गया।



आज के पुलिस ‘स्मृति दिवस’ कार्यक्रम में बस्तर के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, संसदीय सचिव रेखचंद जैन कश्यप, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, सभापति श्रीमती कविता साहू, कलेक्टर चंदन कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, बस्तर जितेन्द्र सिंह मीणा, सेनानी ५वीं वाहिनी छसबल शशिमोहन सिंह, एवं अन्य अधिकारी व बल सदस्यगण उपस्थित रहे।



सुंदरराज पी., पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा बताया गया कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के पश्चात बस्तर संभाग अंतर्गत जनता के जान-माल की रक्षा करते हुये विगत २२ वर्षों में १२८२ से अधिक सुरक्षाबल सदस्यों द्वारा अपना सर्वोच्चतम बलिदान देते हुये शहादत प्राप्त किया गया। इसी प्रकार १८४१ से अधिक निर्दोष ग्रामीणों का माओवादियों द्वारा हत्या की गई। 





इन सब परिस्थितियों एवं चुनौतियों का सामना बस्तर संभाग अंतर्गत नक्सल गतिविधि को अंकुश लगाने हेतु शासन के त्रिवेणी कार्ययोजना ‘विश्वास-विकास-सुरक्षा’ के क्रियान्वयन करने में बस्तर पुलिस, सुरक्षाबल एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा विगत वर्षों में निर्णायक बढ़त हासिल की गई। इस दिशा में और भी समर्पित होकर कार्य करते हुये हम बस्तर को एक नया और सकारात्मक पहचान दिलाएंगे।






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