कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी पहुंचे नवसर्वेसित गांव एड़का, हितुलनाड़ और कातुलबेड़ा

कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी पहुंचे नवसर्वेसित गांव एड़का, हितुलनाड़ और कातुलबेड़ा



ग्रामीणों ने कहा नवसर्वेसित गांव की बदल रही तस्वीर

कलेक्टर ने एकडा के देवगुड़ी में लगायी चौपाल, ग्रामीणों की सुनी समस्या

छत्तीसगढ़ ( नारायणपुर ) ओम प्रकाश सिंह ।  कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने आज अपने सघन दौरा कार्यक्रम के तहत् नारायणपुर जिले के नवसर्वेक्षित गांव हीतुलनाड़, कातुलबेड़ा एवं एड़का पहुचे। कलेक्टर रघुवंशी को देख नवसर्वेक्षित गाँव के ग्रामीण काफी उत्साहित नजर आए, सर्वेषित होने के उपरांत विकास पहुचने लगा। कलेक्टर ने खेत मे उतरकर फसल देखी। किसान ने बताया की मिट्टी ठीक नही होने के कारण फसल ठीक नही हुआ, कलेक्टर ने तत्काल मिट्टी परीक्षण करने और फसल बीमा दिलाने की बात कही। कलेक्टर नव सर्वेक्षण उपरांत खेत में भूमि समतलीकरण, किसान क्रेडिट कार्ड, सोलर ड्यूल पंप, मुर्गी शेड, बकरी शेड देने ले निर्देश दिए। कलेक्टर रघुवंशी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि घर-घर जाकर नव सर्वेक्षित गांवों के ग्रामीणों को शासन की योजनाओं से जोड़े तथा स्वीकृत किये गये कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करें।



कलेक्टर ने एड़का के देवगुड़ी में लगाई चौपाल, सुनी ग्रामीणों की समस्या

कलेक्टर रघुवंशी ने एड़का के देवगुड़ी में आज चौपाल लगायी। इस दौरान उन्होंने गांव के सरपंच, जिला पंचायत सदस्य, गायता, पुजारी एवं ग्रामीणों के साथ बैठकर गांव के विकास हेतु चर्चा की। ग्रामीणों ने गांव में सड़क, बिजली और पानी पहुँचने की जानकारी दी। ग्रामीणों ने देवगुड़ी की भी तारीफ की। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित की नवसर्वेसित गांव में किसी प्रकार की समस्या न हो, सभी समस्या का निराकरण करें। उन्होंने पानी की समस्या से निजाद दिलाने हेतु हितुलनाड गांव में शीघ्र ही बोर खनन एवं फिल्टर लगाने के निर्देश दिये।




इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य मंगली कावड़े, जनपद पंचायत सदस्य बुधराम वड्डे, जनप्रतिनिधी मंगलूराम कावड़े, सरपंच एड़का श्रीमती सुनीता मंडावी के अलावा सहायक आयुक्त आदिवासी संजय चंदेल, उप संचालक कृषि बी एस बघेल, ई ई जलसंसाधन चौधरी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत नारायणपुर घनश्याम जांगड़े उपस्थित थे। 

कलेक्टर ने हितुलनाड़ के ग्राम देवी-देवताओं का किया दर्शन

कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने आज अपने एड़का ग्राम पंचायत के प्रवास के दौरान ग्राम हितुलनाड़ की आराध्य देवी-देवाताओं का दर्शन किया। उन्होंने कहा कि देवस्थलों का पारम्परिक स्वरूप को संरक्षित करते हुए उन्नयन का कार्य किया जाये। इस दौरान उन्होंने गांव में देवगुड़ी और गोटुल निर्माण के संबंध में ग्रामीणों से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि देवगुड़ी और गोटुल को आपके अनुसार ही बनाया जायेगा। आप सभी ग्रामवासी इस पर विचार बतायें।






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