जगदलपुर : टेलीफोनिक फ्राॅड के मामले में आरोपी के द्वारा 2,45,000 रूपये का किया गया था ठगी बस्तर पुलिस को मिली सफलता
चेक बुक इश्यू करवाने के नाम पर एसबीआई कस्टमर केयर से बोल रहा हूं कहकर 'एनीडेस्क एप्लीकेशन' डाउनलोड करवाकर किया गया था ठगी
आरोपी के द्वारा 2,45,000 रूपये का किया गया था ठगी
आरोपीगण (बिहार) के जिला शेखपुरा, जिला समस्तीपुर और जिला मुंगेर के निवासी
सायबर सेल एवं थाना भानपुरी के अन्तर्गत की गयी कार्यवाही
सायबर सेल की महत्वपूर्ण भुमिका
नाम आरोपी-ः
1. अखिलानंद पिता अशोक सिंह उम्र 34 साल, निवासी ग्राम खलील चौक थाना बरबीघा जिला शेखपुरा बिहार
2. राजेश कुमार यादव पिता स्वर्गीय दयानंद यादव उम्र 32 साल ग्राम रमजानपुर थाना बरबीघा जिला शेखपुरा बिहार
3. विकास राज तिवारी पिता नरेंद्र नाथ तिवारी उम्र 28 साल जाति ब्राह्मण निवासी ग्राम दूधपुरा जिला समस्तीपुर हाल मुकाम बेगूसराय मीरगंज बिहार
4. राहुल कुमार पिता बासुकी यादव उम्र 29 साल ग्राम सोनडिहा थाना-पोस्ट तारापुर जिला मुंगेर बिहार ।
छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह । उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा के नेतृत्व में बस्तर पुलिस द्वारा आपराधिक तत्वों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही किया जा रहा है। टेलीफोनिक फ्राॅड के बढते मामलों को देखते हुए उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पाल व उप पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी भानपुरी घनश्याम कामड़े एवं नोडल सायबर सेल, गीतिका साहू के द्वारा टेलीफोनिक फ्राॅड के मामलों के दृष्टिगत विशेष रूचि लेकर सायबर सेल के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है। इसी तारतम्य में आज सायबर फ्राॅड अन्तर्गत एक अपराधिक प्रकरण जिसमें एसबीआई के खाताधारक विजय पांडे को कस्टमर केयर से बोल रहा हूं, चेक बुक इश्यू करवाने के लिए एनीडेस्क एप्लीकेशन को डाउनलोड करना होगा कहकर, ₹245000 का ऑनलाईन ठगी करने वाले आरोपीगण पर कार्यवाही करने में बस्तर पुलिस को सफलता मिली है।
प्रकरणः-
(एसबीआई कस्टमर केयर से बोल रहा हूं चेक बुक प्राप्त करने के लिए एनीडेक्स एप्लीकेशन में प्रोसेस करना होगा कहकर किया गया ठगी)-
सितम्बर 2022 में मामले के प्रार्थी छोटे आमाबाल निवासी विजय पांडे अपने एसबीआई भानपुरी ब्रांच के खाता का चेकबुक प्राप्त करने के लिए कस्टमर केयर नंबर पर आवेदन किए थे। आवेदन करने के कुछ दिन बाद फर्जी मोबाइल नंबर से विजय पाण्डेय को कस्टमर केयर एजेंट बोल रहा हूं कहकर फोन किया और प्रार्थी को उसके मोबाइल में एनीडेस्क एप्लीकेशन को डाउनलोड कर प्रोसेस करने के लिए कहा, प्रार्थी कालर के झांसे में आकर एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड कर लिया और कॉलर के कहे अनुसार प्रोसेस करने लगा, कुछ देर बाद ही विजय पांडे के मोबाइल पर ₹245000 कट जाने का मैसेज आया। तब प्रार्थी को एहसास हुआ कि वह ठगा जा चुका है। प्रार्थी के रिपोर्ट पर संबंधित काॅलर मोबाईल धारक एवं खाता धारक के विरुद्ध थाना भानपुरी में ठगी (धारा 420 भादवि0 66-डी आई0टी0 एक्ट) का अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया। दौरान अनुसंधान के मामले में आरोपी के बैंक खातो के विश्लेषण एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर संदेही के उपस्थिति की जानकारी जिला शेखपुरा, जिला समस्तीपुर, जिला मुंगेर बिहार में मिलने पर निरीक्षक दिनेश यादव के नेतृत्व में टीम गठित कर, बिहार रवाना किया गया था। उक्त टीम के द्वारा आरोपियों को पृथक-पृथक घेराबंदी कर पकड़ा गया। जिनसे पूछताछ करने पर अपना नाम-
1. अखिलानंद सिंह पिता अशोक सिंह,
2. राजेश कुमार यादव पिता स्वर्गीय दयानंद यादव,
3. विकास राज तिवारी पिता नरेंद्र नाथ तिवारी
4. राहुल कुमार पिता बासुकी यादव उम्र 29 साल
उपरोक्त आरोपियों के द्वारा योजनाबद्ध तरीके से ठगी करना स्वीकार किया। आरोपी को बिहार से गिरफ्तार कर, जगदलपुर लाया गया जिसे रिमांड पर न्यायालय भेजा गया है।
तरीका वारदातः-
मामले के आरोपी गण मुलतः बिहार के निवासी है। जिससे पुछताछ पर बताया कि कस्टमर केयर में आवेदन करने वालों की जानकारी एकत्रित कर मोबाईल फोन के माध्यम से आनलाइन सुविधाएं दिलाने के नाम पर प्रार्थी से बातचीत कर उन्हे अपने झांसे में लेकर एनीडेस्क और इस प्रकार के एप्लीकेशन डाउनलोड कराकर और प्रक्रियाओ का हवाला देकर ठगी करते हैं। प्रार्थी से सितम्बर 2022 में 2,45,500/- रूपये इसी प्रकार की ठगी एप्लीकेशन के माध्यम से ठगी करना स्वीकार किया है।
बरामद सम्पत्ति:-
1. मोबाईल -4 नग
2. आधार कार्ड -2 नग
3. एक पुराना लैपटाप एचपी कम्पनी का मय की बोर्ड
4. सिमकार्ड - 12 नग
5. पेनकार्ड - 2 नग
6. एटीएम कार्ड -3 नग
7. वोटर आईडी कार्ड - 1 नग
8. एटीएम स्वाइप मशीन
9. कलर प्रिन्टर एच पी कम्पनी
10. नगद राशि - 29,500/-रूपये
बस्तर पुलिस की अपील-
👉 किसी भी कस्टमर केयर नंबर पर एजेंट के द्वारा कहे जाने पर कोई भी एप्लीकेशन बिना विचार के डाउनलोड ना करें ऑनलाइन ठगी होने की संभावना ज्यादा होती है किसी पर भी आंख मूंदकर विश्वास न करें, किसी भी व्यक्ति को अपनी जानकारी साझा ना करे और ना ही उसे कोई रूपये भेजे।
👉 नौकरी दिलाने के नाम पर लोक लुभावने ऑफर से सावधान रहें। नौकरी दिलाने के नाम पर किसी भी व्यक्ति को रूपये पैसे ना दे।
👉 KYC अपडेट करने के नाम पर किसी भी व्यक्ति को अपने व्यक्तिगत जानकारी अथवा बैंक खाते की जानकारी ना दें।
👉 लोन दिलाने,लाॅटरी लगने, कम दर पर सामान उपलब्ध होने, बिजली बिल भुगतान करने एवं अन्य लोक लुभावने ऑफर हेतु मैसेज जिसमें लिंक क्लिक करने के लिये बोला जाता है एैसे लिंक को क्लिक ना करें।
महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले अधिकारी:-
निरीक्षक - किशोर केवट, दिनेश यादव, जितेन्द्र कोसले
उपनिरी. - अमित सिदार,
सहा.उपनिरी.- सतीश यादव, विवेक कोसले, मनोज साहू
प्र.आर. - उमेश चंदेल, मौसम गुप्ता, राधेलाल कोर्राम
आरक्षक - कृष्णा सावड़े, गौतम सिन्हा, अशोक खाखा, रामदेव भगत, धर्मेन्द्र ठाकुर, दीपक सायबर सेल।
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