जगदलपुर : प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना में " गर्भवती " महिलाओं के लिए विशेष सुविधाएं।
छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह । सभी चिकित्सा संस्थानों में प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं के जांच हेतु विशेष सुविधाएं प्रदान की जाती है। इसी योजना के तहत दिनांक 09/12/2022 को मंगनार ग्राम से 24 वर्षीय गर्भवती महिला जिला चिकित्सालय जगदलपुर में सोनोग्राफी हेतु आई थी। महिला 8 वें महीने ( लगभग 31 हफ्तों ) के गर्भ से थी एवं वह पहली मर्तबा सोनोग्राफी हेतु आई थी।
जिला चिकित्सालय में प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के सोनोग्राफी हेतु रेडियोलॉजिस्ट डॉ मनीष मेश्राम को नियुक्त किया गया है।
सोनोग्राफी करते हुए डॉ मेश्राम ने पाया कि महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे के आंखो के ऊपर ना तो खोपड़ी की हड्डियां और ना ही मस्तिष्क बनी थी जबकि के बाकी अंग सही रूप से बने हुए थे एवं बच्चे के दिल की धड़कन चल रही थी।
मस्तिष्क एवं खोपड़ी के ना बने होने की परिस्थिति में गर्भ को ज़ारी रखना उचित नहीं था।
अतः रेडियोलॉजिस्ट डॉ मनीष मेश्राम के द्वारा तुरंत ही स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ मनीषा गोयल को दूरभाष द्वारा परिस्थिति से अवगत करा दिया गया। डॉ मनीष गोयल द्वारा ज़िला चिकित्सालय जगदलपुर में ही महिला के गर्भपात करने का निर्णय लिया गया और 12 दिसंबर को गर्भपात के बाद बच्चे को देखकर यह सही पाया गया की बच्चे की खोपड़ी एवं मस्तिष्क का विकास नहीं हो पाया था।
रेडियोलॉजिस्ट डॉ मेश्राम ने बताया की अक्सर जानकारी के अभाव में गर्भवती महिलाएं सही समय में सोनोग्राफी हेतु नही आ पाती। गर्भवती महिलाओं को प्रत्येक 3 महीने में एक सोनोग्राफी करा लेनी चाहिए। गर्भ के 5 वें महीने की सोनोग्राफी अनिवार्य रूप से करवानी चाहिए ताकि बच्चे में होने वाले किसी प्रकार की विकृति का सही समय में पता लगाया जा सके ।
वहीं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ मनीषा गोयल के अनुसार की यदि गर्भ के 24 हफ्तों (लगभग 6 महीने) के भीतर बच्चे में किसी प्रकार की विकृति का पता चले एवं गर्भ को आगे ज़ारी रखना संभव न हो तो गर्भपात कराना आसान होता है। गर्भ के 6 महीने के बाद की गर्भवास्था में गर्भपात कराना मुश्किल होता है और महिलाओं गर्भपात से संबंधित अन्य समस्याओं का भी करना पड़ सकता है, जिसमे कभी कभी गर्भवती महिला के जान को भी खतरा हो सकती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर के चतुर्वेदी बताते है की ज़िला चिकित्सालय जगदलपुर में प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को निरंतर सोनोग्राफी की सेवाएं प्रदान की जा रही है।
ज़िला चिकित्सालय में इसके पूर्व भी, सोनोग्राफी द्वारा गर्भ में पल रहे बच्चो के विभिन्न विकृतियों का पता लगाया गया है जिससे गर्भवती महिलाओं को हो सकने वाली समस्याओं से समय पूर्व ही बचा लिया गया है। सरकार की यह योजना गर्भवती महिलाओं के लिए काफी लाभप्रद साबित हो रही है।
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