दन्तेवाड़ा : आदर्श विचारों के साथ आस्था विद्या मंदिर जावंगा के 12वीं कक्षा विद्यार्थियों को दी गई विदाई।

 


दन्तेवाड़ा : आदर्श विचारों के साथ आस्था विद्या मंदिर जावंगा के 12वीं कक्षा विद्यार्थियों को दी गई विदाई।



छत्तीसगढ़ ( गीदम/दंतेवाड़ा ) ओम प्रकाश सिंह । विद्यालय में अध्ययन के दौरान गुजरा हुआ हर पल जीवन में मधुर यादें बना देती है। गीदम विकासखंड के जावंगा एजुकेशन सिटी स्थित आस्था विद्या मंदिर इंग्लिश मीडियम स्कूल में अध्ययनरत 12वी कक्षा के विद्यार्थियों को विदाई दी गई।




बच्चों ने पीपीटी के माध्यम से पुरानी यादों जैसे दोस्तों के साथ की मस्ती, कक्षा का मजेदार पल, शिक्षक के साथ हंसी मजाक व शरारत वाली बातों, छात्रावास में बीता हुआ समय को जाहिर कर स्मृतियों को ताजा किया।




विदाई समारोह में आस्था विद्या मंदिर शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष बोमडा राम कवासी उपस्थित हुए, उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही जीवन बन सकती है, विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर जीवन में सक्षम होने की शुभकामनाएं दी। प्राचार्य गोपाल पांडे ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूल में अध्ययन के दौरान सुख और दुख दोनो का यादें बन जाती है एवं स्कूल शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त कर उज्जवल भविष्य बनाकर नाम रोशन करे।




पूरे साल भर में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु हितार्थ सोरी को मिस्टर फेयरवेल, भूमिका दुर्गम को मिस फेयरवेल, प्रदीप पूनम मिस्टर परफेक्ट, सविता मांडवी को मिस परफेक्ट, रुद्र विजय उद्गीरवार को मिस्टर हैंडसम, दीक्षा पुजारी को मिस गोर्जियस, सोनाराम मरकाम को मिस्टर इनोसेंट, नीलिमा ध्रुव को मिस इनोसेंट, रोहित मोडियामी को मिस्टर डांसर एवं पद्मिनी को मिस गर्ल के टैग से सम्मानित किया गया। उपप्राचार्य प्रमोद गुप्ता एवं रविंद्रनाथ पाणिग्रही ने बच्चों को परीक्षा संबंधित जानकारी दी तथा अच्छा परिणाम लाने की प्रेरणा दी।




विद्यालय के बालक छात्रावास अधीक्षक रवि प्रकाश ठाकुर एवं बालिका छात्रावास अधीक्षिका सुषमा दास ने बच्चों को सुविचार कहानी के माध्यम से लक्ष्य साधन करने की प्रेरणा दी तथा हॉस्टल समय यादों को सांझा किया।




वरिष्ठ शिक्षक व्याख्याता अमुजुरी विश्वनाथ ने बीते हुए 10 साल में बच्चों को केंद्रित करते हुए कहा कि अच्छा भविष्य बनाए, समाज के हित कार्य करे एवं जीवन में अनुशासन बनाए रखने की प्रेरणा दी तथा पासआउट विद्यार्थियों का आस्था एलुमनी एसोसिएशन बनाने की विचार किया।




व्याख्याता मिथलेश्वर जैन एवं कुणाल सिंह सेनापति ने बच्चों को सामर्थ्य सक्षम बन कर जीवन में सुख दुख का संघर्ष करने की शुभकामनाएं दी। बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में नृत्य प्रस्तुत देकर शिक्षक शिक्षिका के साथ अपने यादें साझा किया। खेल प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार दिया गया। विदाई समारोह कार्यक्रम में कक्षा 11वी एवं 12वी के बच्चें, शिक्षकगण तथा कर्मचारी उपस्थित थे।






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