जगदलपुर : करनपुर स्थित कोबरा कैंप में मनाया गया 84 वां सीआरपीएफ समारोह
सुकमा में शहीद कनई मांझी की पत्नी को किया सम्मानित
केन्द्रीय गृह मंत्री ने ली परेड की सलामी, उत्कृष्ट योगदान देने वाले जवानों को किया सम्मानित
छत्तीसगढ़ ( जगदलपुर ) बस्तर दर्पण । जगदलपुर के निकट करनपुर स्थित केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 201 कोबरा कैंप में 84 वां सीआरपीएफ समारोह मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने यहां शहीद स्मारक पर माल्यार्पण किया। उन्होंने परेड का निरीक्षण किया। इस दौरान सीआरपीएफ की विभिन्न टुकड़ियों ने आकर्षक मार्चपास्ट कर सलामी दी।
गृह मंत्री ने भारत देश में उत्कृष्ट योगदान देने वाले सीआरपीएफ के जवानों को सम्मानित किया। इनमें सुकमा जिले में 18 फरवरी 2020 में वामपंथी उग्रवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में चार उग्रवादियों को ढेर करते हुए प्राणोत्सर्ग करने वाले 208 कोबरा बटालियन के जवान कनई मांझी की पत्नी पापिया मांझी भी शामिल हैं।
इसके साथ ही उन्होंने 13 अन्य जवानों तथा अधिकारियों को तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाली बटालियनों को भी सम्मानित किया। उन्होंने 174 करोड़ रुपए के लागत से केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के लिए निर्मित विभिन्न विकास एवं अधोसंरचनामूलक कार्यों का ई-लोकार्पण किया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ने जगदलपुर आकाशवाणी द्वारा हल्बी भाषा में साप्ताहिक समाचार बुलेटिन का भी शुभारंभ किया।
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 84वें समारोह की शुभकामनाएं देते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि पहली बार छत्तीसगढ़ के बस्तर में स्थापना दिवस का समारोह आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ ने देश की शांति और सुरक्षा में अपना सर्वोच्च योगदान दिया है और इस कार्य के लिए हमारे 2249 जवानों ने बलिदानी हुए हैं। वामपंथी उग्रवाद से लोहा लेते हुए हमारे 763 जवानों ने अपनी आहुति दी है। सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस के जवानों के हौसलों के कारण वामपंथी उग्रवाद अब समाप्ति की ओर है। सीआरपीएफ ने सभी क्षेत्रों में अपनी जान को जोखिम में डालकर दुरस्थ अंचलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, शांति की स्थापना का कार्य किया है। उन्होंने इस अवसर पर सीआरपीएफ की स्थापना और उसके इतिहास के संबंध में भी उल्लेख किया।
शाह ने हल्बी बोली में साप्ताहिक समाचार बुलेटिन के प्रारंभ होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे स्थानीय बोली के संरक्षण का उद्देश्य पूरा होगा। उन्होंने नारी शक्ति थीम पर आयोजित केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की महिला मोटर साईकल एक्सपीडिशन के लिए महिला जवानों के साहस और उत्साह की सराहना की।
इस अवसर पर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की महिला मोटर साईकल एक्सपिडीशन का फ्लैग इन, बस्तर के धुरवा जनजाति द्वारा धुरवा नृत्य, फ्यूजन ऑफ मार्शल आर्ट और के-9 का साहसिक प्रदर्शन किया गया। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कार्यक्रम के उपरांत जवानों एवं अधिकारियों के साथ स्वल्पाहार किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय गृह सचिव अशोक कुमार भल्ला, सीआरपीएफ के महानिदेशक डाॅ सुजाॅय लाल थाउसेन, उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पंकज कुमार सिंह, सीआरपीएफ के पूर्व महानिदेशक कुलदीप सिंह, छत्तीसगढ़ के गृह विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा सहित देश भर से पहुंचे सीआरपीएफ के उच्च अधिकारी तथा स्थानीय जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
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