बैकुंठपुर : स्व. डॉ. रामचन्द्र सिंहदेव कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कोरिया के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय उच्चतर कृषि शिक्षा परियोजना के तहत कृषि स्नातकों के व्यक्तित्व विकास एवं कैरियर मार्गदर्शन' पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

बैकुंठपुर : स्व. डॉ. रामचन्द्र सिंहदेव कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कोरिया के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय उच्चतर कृषि शिक्षा परियोजना के तहत कृषि स्नातकों के व्यक्तित्व विकास एवं कैरियर मार्गदर्शन' पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।



मां सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।



छत्तीसगढ़ ( कोरिया-बैकुंठपुर ) ओम प्रकाश सिंह ।  बैकुंठपुर अधिष्ठाता छात्र कल्याण, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर तथा स्व. डॉ. रामचन्द्र सिंहदेव कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कोरिया के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय उच्चतर कृषि शिक्षा परियोजना के तहत 'कृषि स्नातकों के व्यक्तित्व विकास एवं कैरियर मार्गदर्शन' पर एक दिवसीय कार्यशाला डॉ. गिरीश चंदेल, माननीय कुलपति, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के मुख्य आतिथ्य, डॉ. संजय शर्मा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर एवं डॉ. जी.के. दास, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय के विशिष्ट आतिथ्य तथा डॉ. डी.के. गुप्ता की अध्यक्षता में संपन्न गई। 



अधिष्ठाता ने मां सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कुलपति एवं विशिष्ट अतिथियों ने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु व्यक्तित्व निर्माण पर जोर देते हुए सभी छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। प्रमुख वक्ता डॉ. आर.के. सोनकर, प्रमुख वैज्ञानिक (उद्यानिकी), केन्द्रीय नींबूवर्गीय फल अनुसंधान संस्थान, नागपुर (महाराष्ट्र), डॉ. अनिल कुमार सिंह, सहायक प्राध्यापक (आनुवंशिकी पौध प्रजनन), कृषि विज्ञान संस्थान, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) एवं डॉ. अभिजीत सतपथी, सहायक प्राध्यापक-सह-कनिष्ठ वैज्ञानिक (कृषि प्रसार), तिलका मांझी कृषि महाविद्यालय, गोड्डा (झारखंड) रहे। वक्ताओं ने ऑनलाइन गूगल मीट ऐप के द्वारा जुड़कर पावरप्वाइंट माध्यम से शासकीय एवं निजी क्षेत्रों में रोजगार के विभिन्न अवसरों के बारे में अवगत कराया। 



अधिष्ठाता ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में समय प्रबंधन पर विशेष जोर देते हुए विद्यार्थियों को अपना लक्ष्य निर्धारित कर उस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु प्रति निरंतर प्रयत्नशील रहने की अपील की। कार्यशाला संयोजक डॉ. राहुल आर्य, सहायक प्राध्यापक (पशुधन उत्पादन एवं प्रबंध) ने स्नातकोत्तर एवं पी.एच.डी. पाठ्यक्रमों हेतु विभिन्न छात्रवृत्तियों तथा शिष्यवृत्तियों का विस्तारपूर्वक वर्णन किया।



 मंच संचालन डॉ. राहुल आर्य एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. एन.के. मिश्रा, सहायक प्राध्यापक (पौध रोग विज्ञान) ने किया। महाविद्यालय के प्राध्यापकगण पुनेश्वर सिंह पैकरा, अंकुर गुप्ता सहित कर्मचारीगण के.पी. नामदेव, पूनम सिंह सहित बी.एस.सी. कृषि (ऑनर्स) सभी वर्षों में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थीगण ऑनलाइन जुड़े।





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