छत्तीसगढ़ : दुर्ग भिलाई टावर लगाने के नाम पर लोगो से ठगी करने वाले गैंग के के 4 आरोपी गिरफ्तर।

छत्तीसगढ़ : दुर्ग  भिलाई टावर लगाने के नाम पर लोगो से ठगी करने वाले गैंग के के 4 आरोपी गिरफ्तर।

छत्तीसगढ़ ( भिलाई-दुर्ग ) ओम प्रकाश सिंह ।  पश्चिम बंगाल 24 परगना मे कॉल सेन्टर के नाम पर ऑफिस चलाकार लोगो से ठगी करते थे थाना पाटन मे प्रार्थी तेजेन्द्र चकघर से टावर लगाने के नाम पर 59460 रू का ठगीकिये थे।




लोगों को फोन लगाकर उसके खेत में एयरटेल कंपनी का मोबाईल टावर लगाने के एवज में कंपनी द्वारा एडवांस में 15 लाख रूपया दिया जायेगा और टावर लगने के बाद आपको प्रति माह 20 हजार रूपये मंथली भी दिया जायेगा का झांसा देकर करते थे ठगी आरोपीयों द्वारा प्रयुक्त मोबाईल नंबर 9477122319,9073850137,9593522494,8617776775, एवं प्रयुक्त बैंक एकाउंट नंबर एसबीआई, एचडीएफसी, केनरा बैंक ऑफ बड़ौदा छ.ग. में किये गये ठगी कर्वधा जिला में एक व्यक्ति से 21 लाख रूपये, धमतरी जिला से 03 लाख 36 हजार रू., धमधा दुर्ग क्षेत्र से 90 हजार रू., शिवनी मध्य प्रदेश से 38460 रू.!



         अपराध का संक्षिप्त विवरण - इस प्रकार है कि प्रार्थी तेजेन्द्र कुमार चक्रबर निवासी खुडमुड़ी थाना पाटन ने दिनांक 24.11.2022 को एक लिखित आवेदन पेश किया जिसमे आरोपीया दीपिका मंडल के द्वारा एयरटेल मोबाईल कंपनी कोलकाता से बात कर रही हूँ कहकर मुझे मेरे खेत में एयरटेल कंपनी का मोबाइल टावर लगाने के एवज में कंपनी द्वारा एडवांस में 15 लाख रूपया दिया जायेगा और टावर लगने के बाद आपको प्रति माह 20 हजार रूपये मंथली भी दिया जायेगा उसके लिये डाक्यूमेंट तैयार करने के लिये आपको प्रोसेसिंग चार्ज के रूप में 60 हजार रूपया लगेगा जिसे आप किस्तों में दे सकते है कहकर झांसा देकर प्रार्थी के साथ दिनांक 23.06.2022 को अपने मो.नं. 9477122319 से प्रार्थी को उसके मो नं. 8085242933 पर काल कर दिनांक 25-27-28/06/2022 तथा दिनांक 04/07/2022 को किश्तवार उनसे क्रमशः 10,260, 6000, 11,200, 32,000 कुल 59460रू का गी किया है जिस संबंध में प्रार्थी द्वारा लिखित आवेदन पेश करने पर थाना पाटन में अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया है।

अपराध का प्रकृति उपरोक्त पते पर रहता हू इंटर तक की पढाई किया हूँ। ग्राफिक डिजायनर का काम करता था। मेरे पिता मंगल सिंह के नाम पर लगभग 15 एकड जमीन है। अन्य कोई आय का साधन नहीं है। मेरा विवाह वर्ष 2005 में सलोनी प्रिया सिंह के साथ हुआ है। में वर्ष 1999 से 2007 तक राजा राम मोहन राय सालिनी रोड कोलकाता स्थित ग्लोबल एडवर्ड कंपनी में आदित्य कुमार दास के ग्राफिक डिजायनर का काम किया हूँ हा मुझे प्रति माह 8000 हजार रूपये वेतन मिलता था। वर्ष 2008 में सिक्यूरिटी इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड में वर्ष 2017 तक ग्राफिक डिजायनर का काम किया हूँ जहां मुझे प्रति माह 22500 रुपये वेतन मिलता था इसके बाद सिक्यूरिटी प्राईवेट लिमिटेड का काम छोड़ कर कुछ दिन ऐवर फेस मार्केटिंग प्राइवेट कंपनी के आड़ में टावर लगाने के नाम पर चल रहे टगी कार्य में काम किया तथा इसके बाद विनायक इन्फोटेक कंपनी और मंडल इन्टरप्राईजेस में भी कुछ दिन जुड़कर ठगी कार्य सीखा और पूरी तरह से कार्य सीखने बाद वर्ष 2018 में मैं स्वयं का ठगी कार्य प्रारंभ किया। इसके बाद में काम करने के लिये लोगों को जोड़ते गया। लोगों से में काम करने के लिये उनका बायोडाटा फोटो सहित लेता था में वर्ष 2021 में सुभाष नगर में सुपर मार्केट के पास स्थित अतानू भट्टाचार्य के मकान के प्रथम तल में एक कमरा ए-15 को काल सेंटर चलाने के लिये 7000 रू. में किराये पर लेकर एयरटेल कंपनी का खबर लगाने के नाम पर काल सेंटर और ऑफिस का संचालन प्रारंभ किया था। हगी कार्य में तेजी जाने के बाद अतानू भट्टाचार्य का ची 7 कमरा को भी 7000 रू में किराये पर लेकर काल सेंटर एवं आफिस संचालित करने लगा । उक्त कॉल सेंटर में स्नेह पाल, आसिमा राय, दीपिका महल को ठगी काम करने के लिये रखा था। उक्त सभी को में फोन द्वारा किस प्रकार लोगों को ठगी करना है एवं किस प्रकार बात करना है किस प्रकार उन लोगों को झांसे में लेना है क्या क्या दस्तावेज मंगाना है कामर्शियल चार्ज एन.ओ.सी चार्ज. जी. एस. टी. चार्ज एवं अन्य चार्जेस के बारे मे प्रशिक्षण दिया गया था लोगों को फोन लगाकर उसके खेत में एयरटेल कंपनी का मोबाईल टावर लगाने के एवज में कंपनी द्वारा एडवांस में 15 लाख रूपया दिया जायेगा और टावर लगने के बाद आपको प्रति माह 20 हजार रूपये मंथली भी दिया जायेगा उसके लिये डाक्यूमेंट तैयार करने के लिये आपको प्रोसेसिंग चार्ज के रूप में 60 हजार रूपया लगेगा जिसे आप किस्तों में दे सकते कहकर बात करवाता था। इन सभी को प्रशिक्षण देने के बाद काल सेंटर में काम करने वाले दीपिका मंडल को काल सेंटर का मैनेजर नियुक्त किया था काल सेन्टर में काम करने वाले सभी लोगों को ग्राहकों से बात करने के लिये एक-एक की पेड मोबाइल तथा ग्राहको का नाम पता नोट करने के लिये एक डायरी कापी दिये या मोबाइल का सीम भी मैं ही देता था काल सेंटर मे काम करने वाले सभी का पर्सनल मोबाइल नंबरों का टअप ग्रुप राधे राधे नाम से बनाया था जिसमें काल सेंटर में आने जाने किये गये कार्य के बारे में जानकारी देता था काल सेंटर में मोबाईल नंबर 8902251001 मे वाटसअप चलाकर ग्राहकों से दस्तावेज मंगाते थे यह मोबाईल दीपिका मंडल को दिया था मेरे कर्मचारियों द्वारा निजग्राहको को फंसाते थे उनसे कमर्शियल चार्ज के नाम पर 10260, 10360, 10460 रूपये भेजने को कहते थे इसके बाद ग्राहको से पूरी जानकारी लेकर टावर कंपनी के अधिकारी के रूप में मैं आहको से बात करता था और एनओसी चार्जेस के लिये 17200 रूपये बैंकिंग चार्ज के लिये 72000 रूपये तथा बीमा के लिये 32000 रूपये लगना बोल कर ठगी करता था इसके बाद में अपने लैपटाप से टावर का एनओसी फॉर्मेट निकालकर भेजकर पुनः पैसा की मांग करते थे रकम भेजने के लिये मैं ग्राहको के लिये अपने मैनेजर दीपिका मंडल के बैंक आफ बड़ौदा के खाता क्रमांक 77830100006603 तथा आसमा राय के कैनरा बैंक के खाता क्रमांक 1100322635822 को दिया जाता था आसिमा राय के केनरा बैंक के खाता में में मेरा मोबाईल नंबर 8617776775 लिंक करा के रखा था मैं ग्राहको से बात करने के लिये लड़कियों को फर्जी नाम अल्का शर्मा, पूजा शर्मा, अंकिम सिंह के नाम से बात करने के लिये बताया था। माह जून-जुलाई 2022 में मेरे निर्देश पर दीपिका मंडल, स्नेहा पाल एवं आसिमा राय ने छत्तीसगढ़ राज्य के जिला दुर्ग के तेजेंद्र चक्रपर को एयरटेल कंपनी के टावर लगाने के नाम पर क्रमशः 10260, 6000, 11200 32000 साल 59460/- रुपये फोन के के समय से प्रोसेसिंग फीस के नाम पर आसिया राम के केनारा बैंक के खाता में पैसा डलवाकर ठगी किये है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ राज्य के कर्वधा जिला में एक व्यक्ति से 21 लाख रूपये, धमतरी जिला से 03 लाख 36 हजार रू., धमधा दुर्ग क्षेत्र से 90 हजार रू. शिवनी मध्य प्रदेश से 38460 रू. का ठगी किये है दीपिका मंडल के बैंक आफ बडौदा का एटीएम और आसिमा राय का केनरा बैंक का तथा एचडीएफसी बैंक का पास बुक में रखा था तथा भारतीय स्टेट, केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक में मेरा खाता है। ठगी के रू. को में आसिमा राय के खाता में आये पैसा को अपने खाता में ट्रांस्फर फोन पे के माध्यम से करा लेता था तथा दीपिका मंडल के खाता में आये पैसा को एटीएम से निकालता था। एवं प्रत्येक माह टंगी के रकम को कॉल सेंटर में काम करने वाले मैनेजर दीपिका मंडल, स्नेहा पाल, आसिमा राय को वेतन के रूप में हिस्सेदारी देता था। मैं कॉल सेंटर में काम करने वाले का उपस्थिति पंजी प्रतिमाह का हिसाब का डायरी ठगी कार्य में प्रयुक्त, एटीएम एवं पास बुक, उपस्थिति पंजी, लैपटाप, टैबलेट, मोबाईल एवं ठगी के रकम से खरीदे हुये बुलैट को थाना पुसौर जिला रायगढ़ के मामले में बरामद कराकर जप्त कराया हूँ।

गिरफ्तार आरोपी-

1. बरुण सिंह उर्फ मयंक सिंह पिता मंगल ॠसह उम्र 39 साल निवासी बुकानेकला थाना पटाही जिला पूर्वी चंपारण मोतीहारी बिहार हाल पता- सुभाष नगर दमदम थानादमदम / इटालगाछा रोड । 

2. आसिमा राय पिता मोहम्मद मंसूर अली उम्र 30 साल साकिन दत्तारोड बागपारा अपोलो हास्पिटल के सामने थाना विधान नगर सीसी ब्लाक जिला नार्थ 24 परगना वे.बं.

3. दीपिका मण्डल पिता सपन मण्डल उम्र 26 वर्ष सा 0 115 दत्ताबाद रोड साल्टलेक कोलकाता 700064 थाना विधान नगर कोलकाता

4. स्नेहा पाल पिता दुलालचंद पाल 25 वर्ष पता 1 / बी -5 रामलाल आगरवाला लेन मेघदुत अपार्टमेंट के सामने घोषवारा थाना बडानगर कोलकाता 700050 (बी.ए.)

मामले में जप्त संपत्ती - जिला रायगढ़ के पुसौर पुलिस द्वारा 44 नग मोबाईल, 22 नग डायरी, एक मोटर सायकल बुलेट ।

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