मध्य प्रदेश : बालाघाट जिले के गढ़ी में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में मारे गई दोनों महिला नक्सली की पहचान छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला के जगरगुण्डा थाना क्षेत्र के रूप में हुई-आईजी, संजय कुमार।

मध्य प्रदेश : बालाघाट जिले के गढ़ी में  पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में मारे गई दोनों महिला नक्सली की पहचान छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला के जगरगुण्डा थाना क्षेत्र के रूप में हुई-आईजी, संजय कुमार




मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दोनों के खिलाफ कई जघन्य अपराध दर्ज।

नक्सली सरिता उर्फ़ बिज्जे, नक्सली सुनीता उर्फ़ सोमडी मंडावी।

स्वंय की आत्मकथा का एक पन्ना लिखने के बाद मारी गई नक्सली सुनीता

मध्य प्रदेश ( बालाघाट-गढ़ी ) ओम प्रकाश सिंह ।  शनिवार को हुए सफल नक्सल आपरेशन के बाद दोनों महिला नक्सलियाें की पुलिस जानकारी के अनुसार, विस्तार दलम की नक्सली सुनीता को मार गिराने के बाद पुलिस को उसके पास से एक डायरी मिली है, जिसमें उसने अपनी आत्मकथा लिखने की महज शुरुआत की थी।




डायरी के सिर्फ एक पन्ने में उसने अपना नाम, अपने दलम का नाम, वह किस वर्ष दलम से जुड़ी सहित अपने बारे में कुछ और बातें लिखीं हैं। इससे आगे कुछ और लिख पातीं, मुठभेड़ में मारी गई। डायरी और उसके पन्ने की देखकर ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसने स्वंय के बारे में ये बातें बहुत साल पहले लिखी थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच में ये बात भी सामने आई है कि दोनों नक्सली विस्तार दलम में चिकित्सक की भूमिका निभाती थीं क्योंकि उनके पास से बरामद सामग्रियों में अलग-अलग बीमारी की दवाइयां, टैबलेट, कैंची, मलहम आदि शामिल हैं।




सालभर के अंतराल में सुनीता और सरिता ने थामा नक्सलवाद का दामनः
सुनीता और सरिता विस्तार दलम के सदस्य समूह में थीं, जो लंबे अर्से से मंडला क्षेत्र में अपने विस्तार को लेकर काम कर रहा है। पुलिस जानकारी के अनुसार, नक्सली सुनीता ने वर्ष 2014 में विस्तार दलम जाइन किया। इसके सालभर बाद सरिता ने भी विस्तार दलम में शामिल होकर नक्सलवाद का दामन थाम लिया। सुनीता व सरिता, नक्सलियाें की उस पहली खेप के नक्सली थे, जो विस्तार दलम से जुड़े थे। दोनों लंबे समय से विस्तार दलम से जुड़कर नक्सलियों गतिविधियों को अंजाम दे रही थी। मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दोनों के खिलाफ कई जघन्य अपराध दर्ज हैं। आइजी संजय कुमार ने बताया कि कान्हा के सुपखार क्षेत्र में नक्सलियों का अक्सर मूवमेंट रहता है, जिसमें ये दोनों नक्सली साथ रहती थीं।



छग के सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र के ग्राम जोनागुडेम में जन्मी नक्सली सरिता उर्फ बिज्जे खटिया मोचा दलम में एसीएम पद पर थी

सरिता पर मप्र में तीन लाख, छत्तीसगढ़ में पांच लाख और महाराष्ट्र में छह कुल 14 लाख रुपए का ईनाम घोषित था।

सरिता पर मप्र में नौ और छत्तीसगढ़ में दो अपराध यानी दो राज्यों में कुल 11 अपराध दर्ज थे

सरिता के खिलाफ मप्र में दर्ज सभी नौ अपराध बालाघाट जिले के मलाजखंड, बैहर, गढ़ी और बिरसा थाना क्षेत्र में दर्ज थे

सरिता पर नवंबर 2021 में बैहर थाना क्षेत्र हत्या का अपराध भी दर्ज था

नक्सली सुनीता उर्फ सोमडी मंडावी

छग के सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम नागराम की सुनीता उर्फ सोमडी मंडावी भाेरमदेव विस्तार-2 में थी

सुनीता पर मप्र में तीन लाख, छत्तीसगढ़ में पांच लाख और महाराष्ट्र में छह कुल 14 लाख रुपए का ईनाम घोषित था

सुनीता पर मप्र में दस और छत्तीसगढ़ में पांच अपराध यानी दो राज्यों में कुल 15 अपराध दर्ज थे

सुनीता के खिलाफ मप्र में दर्ज सभी दस अपराध बालाघाट के मलाजखंड, बैहर, गढ़ी और बिरसा थाना क्षेत्र में दर्ज थे

4 माह बाद फिर मिली फोर्स को सफलता



नक्सल उन्मूलन अभियान के लिहाज से वर्ष 2022 पुलिस व हाक फोर्स के लिए सफलता भरा दिन था, जिसमें कुल छह हार्डकोर नक्सलियों को अलग-अलग मुठभेड़ में मार गिराया गया था। पिछले साल आखिरी बार 18 दिसंबर को हराटोला के जंगल में जवानों ने मुठभेड़ में 12 लाख के ईनामी नक्सली रूपेश को मार गिराया  गया था। अब 4 माह बाद जवानों ने एक बार पुनः नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम करते हुए दो महिला नक्सलियों का एनकाउंटर किया है, जो पुलिस फोर्स को इस वर्ष की बड़ी  सफलता हाथ लगी है।

Post a Comment

0 Comments