छत्तीसगढ़ : जगदलपुर सीएसपी-सांसद प्रतिनिधि के बीच हुई- हाथापाई विकास कुमार आईपीएस की थप्पड़ के बस्तर में गूंजे। आईपीएस विकास कुमार को हटाने की मांग को लेकर थाना सिटी कोतवाली परिसर में 2 घंटे तक होता रहा कांग्रेसियो का प्रदर्शन।

छत्तीसगढ़ : जगदलपुर सीएसपी-सांसद प्रतिनिधि के बीच हुई- हाथापाई

विकास कुमार आईपीएस की थप्पड़ के बस्तर में गूंजे

आईपीएस विकास कुमार को हटाने की मांग को लेकर थाना सिटी कोतवाली परिसर में 2 घंटे तक होता रहा कांग्रेसियो का प्रदर्शन।



छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह ।  जगदलपुर शहर में माहौल उस वक्त गरमाने लगा, जब पुलिस के एक अधिकारी ने कांग्रेस के कार्यकर्ता " महेश द्विवेदी " थाना में "गुटखा खा" कर पहुंचने पर सीएसपी के द्वारा लात मारने की जानकारी सांसद प्रतिनिधि कांग्रेस के नेता सुशीला मौर्य को दी।




इस बात की जानकारी लेने सुशील मौर्य थाना कोतवाली पहुँचे और सीएसपी विकास कुमार के साथ बहसबाजी हुई और बात हाथापाई तक पहुँच गई, थाना सिटी कोतवाली के अंदर दोनों के बीच विवाद बढ़ाने लगा। पुलिस के अधिकारी और कांग्रेसियो के बीच-बचाव किया। बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता थाने पहुँच कर प्रदर्शन करते रहे। थाना परिसर के अंदर कांग्रेस के कार्यकर्ता वीडियो में स्पष्ट रूप से गाली-गलौज करते दिखाई दे रहे हैं।



 
सुशील मौर्य कांग्रेस नेता का कहना है कि हमारे कांग्रेस के कार्यकर्ता को सीएसपी लात मार दी हैं जानकारी होने पर मैं थाने पहुँचा।सीएसपी से पूछा कि आपने उसे लात कैसे मार दी तो जवाब था कि वो "गुटखा खा" कर आया हैं और मारूँगा। मैंने कहा कि यदि उसने गुटखा खाया है तो मना कर दीजिये परिसर में गुटखा खाकर न आएं। लात मारने की क्या आवश्यकता पड़ गई, और यह कहाँ तक न्याय उचित हैं। जब इस बात की जानकारी कांग्रेस के कार्यकर्ता को लगी तो एक-एक करके  कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ थाना सिटी कोतवाली परिसर में उमड़ने लगी। जहाँ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन करने लगे और इनका मांग था कि सीएसपी विकास कुमार को हटाया जाए, थाने में 2 घंटे तक चलता रहा प्रदर्शन।



 

कांग्रेस के कार्यकर्ता लगातार थाना परिसर के अंदर घुमने की कोशिश कर रहे थे। सीएसपी विकास कुमार को तत्काल हटाने की मांग पर अड़े रहे,और सीएसपी के ऊपर कार्यवाही की मांग कर रहे थे। स्थिति को तनावपूर्ण देखते हुए पुलिस विभाग द्वारा अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलाया गया। डीएसपी के अलावा आस-पास के थानों के थाना प्रभारियों  और जवानों को भी मौके पर बुलाया गया।


उमनि एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बस्तर रेंज जितेंद्र सिंह मीणा ने जानकारी दी कि 2 दिन के अंदर मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है जिसके बाद मामला शांत हुआ। 

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