👉छत्तीसगढ़ : गोंचा पर्व में इस बार क्या मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल होकर नई परंपरा की नींव रखेंगे ❓

👉छत्तीसगढ़ : गोंचा पर्व में इस बार क्या मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल होकर नई परंपरा की नींव रखेंगे ❓



👉आरण्यक समाज भाजपा समर्थक होने के बाद भी भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह इन 15 सालों में कभी भी गोंचा पर्व में शामिल नहीं हुए- क्यूँ ❓



छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह । विगत 616 वर्षों से निरन्तर मनाया जाने वाला ऐतिहासिक बस्तर गोंचा पर्व पर आरण्यक समाज के द्वारा प्रतिवर्ष मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया जाता हैं।



छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद कोई भी मुख्यमंत्री इस " महापर्व गोंचा " में शामिल नहीं हुए।



बस्तर दशहरा पर्व में आयोजित होने वाले मुरिया दरबार में मुख्यमंत्री का शामिल होना एक स्थाई परंपरा बन गई है।



सवाल :- क्या गोंचा पर्व में प्रदेश के मुखिया शामिल होंगे या नहीं

क्योंकि अभी तक कोई भी मुख्यमंत्री इस " गोंचा महापर्व " में शामिल नहीं हुआ है।

15 साल छत्तीसगढ़ प्रदेश में भाजपा के मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह रहें, परन्तु इन 15 सालों में कभी भी गोंचा पर्व में शामिल नहीं हुए।

अगर चुनावी वर्ष में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गोंचा पर्व में शामिल होते हैं तो निश्चित तौर पर राजनितिक दृष्टि से कांग्रेस को लाभ हो सकता हैं।

राजनीतिक जानकारों की मानें तो भाजपा की जड़ें पूर्ण रूप से कमजोर दिखाई दे रहा है। अधिकांश लोग भाजपा के साथ खड़े होने के बाद भी भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने आरण्यक समाज के सबसे बड़े  गोंचा पर्व से खुद को किनारे किया।

क्या गोंचा पर्व में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल होकर एक नया इतिहास लिखेगें





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