छत्तीसगढ़ : एपीएल अपोलो बिल्डिंग प्रोडक्टस कम्पनी में सुरक्षा घेरा अथवा जाली की व्यवस्था लापरवाही से श्रमिक की मौत। नियोक्ता कम्पनीके प्रबंधक व सुपर वाईजर के खिलाफ थाना में हुआ मामला पंजीबद्ध।

छत्तीसगढ़ : एपीएल अपोलो बिल्डिंग प्रोडक्टस कम्पनी में सुरक्षा घेरा अथवा जाली की व्यवस्था लापरवाही से श्रमिक की मौत।

नियोक्ता कम्पनीके प्रबंधक व सुपर वाईजर के खिलाफ थाना में हुआ मामला पंजीबद्ध।



छत्तीसगढ़ ( बलौदाबाजार-हथबंद ) ओम प्रकाश सिंह । जिला बलौदाबाजार के थाना हथबंद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रिंगनी-केसदा में स्थित एपीएल अपोलो बिल्डिंग प्रोडक्टस प्राईवेट लिमिटेड कंपनी में दिसम्बर 2022 में नियोक्ता ठेकेदार कम्पनी में कार्यरत एक कर्मचारी की मौत प्रबंधक व सुपरवाईजर की लापरवाही से होने के आरोप में थाना हथबंद पुलिस द्वारा भादवि की धारा 304 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है।

इस संबंध में थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि थाना देवेंद्र नगर से मर्ग डायरी प्राप्त होने के पश्चात संबंधित स्थल के जांच के दौरान कंपनी प्रबंधक एवं यादव एसोसिएट के सुपरवाईजर द्वारा जानबूझकर लापरवाही बरते जाने के आधार पर उक्त धारा के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।

घटना उस दौरान घटित हुई थी जब अकुशल कर्मी को संयंत्र की एक यूनिट में सुधार कार्य हेतु भेजा गया था। इस दौरान रनिंग सीट में गिर जाने से श्रमिक गम्भीर रूप से घायल हो गया था और अस्पताल में ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी।



वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र चौबे के निर्देशन एवं थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह के निर्देशन में एएसआई जगदेव कुमार साहू द्वारा मर्ग डायरी प्राप्त होने एवं विवेचना के पश्चात उक्त कार्रवाई की गई है




प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम रिंगनी- केसदा में स्थित एपीएल अपोलो बिल्डिंग प्रोडक्टस प्राईवेट लिमिटेड कंपनी में प्रोडक्शन विभाग के कलर कोटिंग लाईन में 27 दिसम्बर 2022 को बी शिफ्ट में ड्यूटी के दौरान एन्ट्री आपरेटर दीपक कुमार राजभर को रनिंग स्टील सीट में डेंट आने पर डेंट साफ करने एक्जीट एक्यूमलेटर में भेजा गया था। रात्रि करीब 9.40 बजे अचानक तेज रफ्तार रनिंग सीट में गिर जाने से दीपक कुमार के सिर, चेहरे, हाथ व पीठ में गम्भीर चोटे आई थी।
उसे कंपनी द्वारा उपचार हेतु विनायक हास्पिटल सिमगा लाया गया। उसकी गम्भीर स्थिति को देखते हुए नारायणा हास्पिटल देवेन्द्र नगर रायपुर ले जाया गया। इलाज के दौरान 28 दिसम्बर प्रातः 4:45 बजे आपरेटर दीपक की मृत्यु हो गयी थी। पश्चात थाना देवेन्द्र नगर रायपुर से मर्ग डायरी जांच हेतु थाना सिमगा में प्राप्त हुई। मामले में मर्ग क्रमांक 13/2023 कायम कर वर्तमान में थाना हथबंद में जांच हेतु भेजा गया।

इस दौरान हथबंद थाना के प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह के मार्गदर्शन में एएसआई जगदेव कुमार साहू द्वारा तथ्यों की बारिकी से जांच किया गया। जिसमें यह बात सामने आयी कि कंपनी प्रबंधन के द्वारा घटना दिनांक व समय को एक्जीट एक्यूमलेटर मशीन के ट्रायल रन में होने तथा बार-बार सेटिंग हेतु रोलरों को खोलने-कसने की आवश्यकता पड़ने पर एक्युमलेटर में कार्य करने हेतु ऑपरेटर दीपक को भेजा गया जिसमें स्टील सीट तेज गति से रोलरों में रनिंग करती है। जिससे टकरा जाने से प्लांट में कार्यरत सुपरवाईजर को गंभीर चोट पहुंची और जो उसकी मृत्यु का कारण बनी। जांचमें यह बात भी सामने आयी कि जोखिम क्षेत्र होने की जानकारी के बावजूद संयंत्र प्रबंधन द्वारा रनिंग सीट के आसपास किसी प्रकार का सुरक्षा घेरा अथवा जाली की व्यवस्था नहीं की गई थी।





Post a Comment

0 Comments