छत्तीसगढ़ : प्रतिबंधित एवं गैरकानूनी CPI माओवादी संगठन अपना अस्तित्व की लड़ाई के लिये झूठी प्रचार-प्रसार का सहारा लिया जा रहा।

छत्तीसगढ़ : प्रतिबंधित एवं गैरकानूनी CPI माओवादी संगठन अपना अस्तित्व की लड़ाई के लिये झूठी प्रचार-प्रसार का सहारा लिया जा रहा

नक्सलियों द्वारा निर्दोष ग्रामीणों की हत्या एवं प्रताड़ना जैसी काला कारनामों पर पर्दा डालने के लिये क्षेत्र की जनता को दिग्भ्रमित जानकारी से गुमराह की जा रही है।

पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, सुन्दरराज पी. द्वारा माओवादियों को स्पष्ट एवं सही तथ्यों को जनता के सामने रखने हेतु दी चुनौती।

छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह । CPI माओवादियों के दक्षिण बस्तर डिवीजनल कमेटी द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की जाकर दिनांक 05 सितम्बर 2023 को जिला सुकमा के ताड़मेटला जंगल में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के संदर्भ में झूठी तथ्यों का उल्लेख करते हुये क्षेत्र की जनता को दिग्भ्रमित करने की कोशिश की गई। तत्संबंध में वास्तविकता ऐसा है कि उक्त मुठभेड़ में मारे गये माओवादी मिलिशिया कैडर रवा देवा एवं सोढ़ी कोसा द्वारा बाहरी माओवादी नेताओं के इशारे पर क्षेत्र की जनता को विगत कई महीनों से लगातार प्रताड़ित कर रहे थे।



उल्लेखनीय है कि दिनांक 28 जून 2023 को जिला सुकमा के थाना चिंतागुफा क्षेत्रांतर्गत ग्राम ताड़मेटला पंचायत के उप सरपंच माड़वी गंगा एवं शिक्षादूत कवासी सुक्का को माओवादियों द्वारा क्रूरतापूर्ण हत्या की गई, तत्पश्चात् दिनांक 31 अगस्त 2023 को गांव पालीगुड़ा में अपने परिजनों से मिलकर वापस आ रहे मजदूर कोरसा कोसा को पुलिस मुखबिर का आरोप लगाकर माओवादियों द्वारा हत्या की गई। उपरोक्त सभी प्रकरणों में मिलिशिया कैडर रवा देवा एवं सोढ़ी कोसा का सक्रिय भूमिका पुलिस विवेचना के दौरान पाया गया, इसके अलावा दोनों मिलिशिया कैडर द्वारा सुरक्षा बलों को क्षति पहुंचाने के नियत से लगातार क्षेत्र में माओवादियों के लिये जासूसी एवं रेकी का कार्य करने के संदर्भ में भी पुलिस को सटीक आसूचना एवं साक्ष्य, सबूत प्राप्त हुई।

माओवादियों द्वारा उनके अपने पुराने तौर-तरीके के तहत् प्रत्येक मुठभेड़ में मारे जाने वाले मिलिशिया एवं अन्य कैडर्स को निर्दोष ग्रामीण बताते हुये पुलिस एवं सुरक्षा बल को बदनाम करने और क्षेत्र की जनता को दिग्भ्रमित करने हेतु झूठी तथ्यों का उल्लेख करते हुये प्रचार-प्रसार की जाती है।

पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, सुन्दरराज पी. द्वारा माओवादियों को चुनौती देते हुये उनसेे सवाल किया है कि यदि ताड़मेटला उपसरपंच माड़वी गंगा, शिक्षादूत कवासी सुक्का एवं मजदूर कोरसा कोसा की हत्या में रवा देवा एवं सोढ़ी कोसा का भूमिका नहीं है तो अन्य कौन-कौन मिलिशिया कैडर शामिल थे, उनके नाम एवं अन्य विवरण का 48 घण्टे में खुलासा करने हेतु माओवादियों को चुनौती दिया गया।

पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, सुन्दरराज पी. द्वारा क्षेत्रवासियों से जनविरोधी एवं विकास विरोधी माओवादियों के साजिश का शिकार न होने का निवेदन करते हुये माओवादियों के द्वारा निर्दोष ग्रामीणों की हत्या एवं प्रताड़ना के विरूद्ध एकजूट होकर आवाज बुलंद करने हेतु अपील की गई।







Post a Comment

0 Comments