छत्तीसगढ़ : भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में अमुजुरी बिश्वनाथ ने शिक्षा, नवाचार एवं समाज कल्याण पर किया चर्चा।

छत्तीसगढ़ : भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में अमुजुरी बिश्वनाथ ने शिक्षा, नवाचार एवं समाज कल्याण पर किया चर्चा।



• विश्व के 21 देशों के वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं व अधिकारियों समेत दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ के शिक्षाविद् फरीदाबाद हरियाणा में शामिल हुए।



छत्तीसगढ़ ( गीदम/दंतेवाड़ा ) ओम प्रकाश सिंह । वनांचल व महत्वाकांक्षी जिला दंतेवाड़ा के गीदम विकासखंड अंतर्गत एजुकेशन सिटी जावंगा स्थित आस्था विद्या मंदिर इंग्लिश मीडियम स्कूल में कार्यरत व्याख्याता शिक्षाविद् अमुजुरी बिश्वनाथ ने 9वां भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2023-24 संस्करण में शामिल हो कर अपने प्रदर्शन दिया। 



"अमृत काल में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की  सार्वजनिक पहुंच (आउटरीच)" विषय पर ट्रांसलेशनल स्वास्थ्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट) के क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र (आरसीबी) परिसर, फरीदाबाद, हरियाणा में यह महोत्सव आयोजित किया गया। 



इस विश्व स्तरीय विज्ञान महोत्सव में 21 देशों के वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, अधिकारियों व शिक्षाविदों समेत छत्तीसगढ़ दंतेवाड़ा के एक मात्र प्रतिभागी शिक्षाविद् अमुजुरी बिश्वनाथ ने आकांक्षी भारत के लिए शिक्षा - राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षक कार्यशाला, साइंस थ्रू गेम्स एंड टॉयस, राष्ट्रीय सामाजिक संगठनों व शैक्षणिक संस्थाओं का सम्मेलन, विज्ञानिका विज्ञान साहित्य सम्मेलन, फेस टू फेस न्यू फ्रंटियर्स इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी में हिस्सा लिया। 



बिश्वनाथ ने अपने संबोधन में दंतेवाड़ा से आया हूं कहने पर मां दंतेश्वरी के पावन भूमि का विश्वविख्यात पर सभा में गूंज उठा। भारत में अनेक स्थानीय भाषाएं चलप्रचलित में हैं, जिसका लिपि उपलब्ध नहीं है। लोगों को आसान तरीके से स्थानीय भाषाओं में विज्ञान लोकप्रियकरण करने में नवाचार व टेक्नोलॉजी पर विविन्न वैज्ञानिकों, एनसीईआरटी के विशेषज्ञों के साथ बिश्वनाथ ने चर्चा किया।



 सामाजिक संगठनों एवं शैक्षणिक संस्थानों में सहयोग परंपरा में नवाचार अपनाते हुए टीचिंग लर्निंग एंड आउटकम पर मॉडल का प्रदर्शन किया। भारत में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचारों के क्षेत्र में उपलब्धियों की एक विस्तृत श्रृंखला का उत्‍सव मनाते हुए उजागर करना है। आईआईएसएफ के वर्ष 2023-24 संस्करण का आयोजन संयुक्त रूप से भारत सरकार के अंतर्गत विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद, जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), अंतरिक्ष विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग, राष्ट्रीय नवप्रवर्तन संस्थान भारत (नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन), विज्ञान भारती और हरियाणा सरकार द्वारा किया जा रहा है। 



विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू, हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा उच्च शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा, डीएसटी सचिव डॉ. अभय करंदीकर, इसरो चेयरमैन एस सोमनाथ, डीबीटी सचिव डॉ राजेश एस गोखले, डॉ. शिवकुमार शर्मा राष्ट्रीय आयोजन सचिव विज्ञान भारती, डॉ पीएस गोयल अध्यक्ष, नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन, डॉ अरविंद सी रानडे डायरेक्टर राष्ट्रीय नवाचार नवप्रवर्तन व मुख्य समन्वयक आईआईएसएफ समेत अधिकारियों एवं विदेश के मंत्रियों तथा डेलीगेट्स से अमुजुरी बिश्वनाथ मुलाकात कर अपने कार्यों पर चर्चा किया तथा प्रशंशा प्राप्त किया। 



इस उपलब्धि पर दंतेवाड़ा कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन, जिला शिक्षा अधिकारी राजकुमार कठौते, बीईओ शेख रफीक, आस्था विद्या मंदिर प्राचार्य गोपाल पांडे, संकुल समन्वयक नितिन विश्वकर्मा समेत शिक्षा विभाग के समस्त कर्मचारीगण बधाई व शुभकामनाएं दी।

Post a Comment

0 Comments