छत्तीसगढ़ : अनुविभाग में यातायात जागरूकता बाइक हेलमेट रैली का आयोजन किया गया।
रैली के साथ पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ युवोदय के वाल्यूंटीयर्स शामिल रहे
रैली में बाइक चालक और सवारी दोनों हेलमेट धारण किये थे।
छत्तीसगढ़ ( भानपुरी-बस्तर ) ओम प्रकाश सिंह । शलभ कुमार सिन्हा,पुलिस अधीक्षक बस्तर के मार्गदर्शन में, माहेश्वर नाग,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बस्तर के नेतृत्व में जिले में पिछले 2 सप्ताहों से सड़क सुरक्षा के संबंध में व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिले में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त एवं सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस अधिकारी और कर्मचारी स्वयं यातायात के नियमों का पालन कर रहे हैं। यदि पुलिस अधिकारी और कर्मचारी सड़क सुरक्षा के नियमों की अवहेलना करते हैं तो उनके विरुद्ध भी सख्ती से चालानी कार्यवाही की जा रही है। मालवाहकों (पिकअप,ट्रैक्टर)में सवारी नहीं बिठाने के लिए सवारियों को उतार कर समझाईश दी जा रही है। सभी सम्माननीय जनप्रतिनिधियों, सभी शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा आम जनता से अपील की जा रही है कि सड़क-सुरक्षा नियमों एवं उपायों की पालना कर स्वयं को एवं अन्य लोगों को भी अकाल मृत्यु और अकारण अपाहिज होने से बचाना है।
इसी तारतम्य में दिनांक 27.05.24 दिन सोमवार को पुलिस अनुविभाग भानपुरी अंतर्गत बाइक हेलमेट रैली का आयोजन किया गया ।थाना भानपुरी, बस्तर, बकावंड और करपावंड के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही युवोदय के वॉलिंटियर्स ने शानदार बाइक हेलमेट रैली का आयोजन किया।
रैली के दौरान मोटरसाइकिल के चालक एवं सवारी दोनों ने हेलमेट धारण कर रखे थे। रैली भानपुरी थाने से प्रारंभ होकर भानपुरी बाजार , सोनारपाल ,बालेंगा, बस्तर बाजार, मूली बाजार , बकावंड, करपावंड होते हुए जैबल बाजार में समाप्त हुई। बाजार स्थलों एवं अन्य भीड़-भाड़ वाले जगहों में यातायात जागरूकता के गीत लाउडस्पीकर पर बजाए जा रहे थे।
रैली को 5-5 मिनट रोककर उपस्थित लोगों को बिना हेलमेट पहने दो-पहिया वाहन नहीं चलाने, बाइक में बैठे दोनों लोगों को हेलमेट पहनने, बाइक में तीन सवारी नहीं चलने, नशे की हालत में वाहन नहीं चलाने, वाहन चलाते समय मोबाइल में बात नहीं करने, तीव्र गति एवं स्टंट करते हुए वाहन नहीं चलाने, बिना सीट बेल्ट बांधे चार पहिया वाहन नहीं चलाने, बिना ड्राइविंग लाइसेंस वाहन नहीं चलाने, बिना बीमा वाहन नहीं चलाने, पिकअप में सवारी नहीं चलने, वाहन मोड़ते समय ध्यान रखने, मोड़ पर ओवरटेक नहीं करने के संबंध में समझाईश दिया गया और सभी से अपील किया गया कि समाज के एक जिम्मेदार और जागरूक सदस्य होने के नाते अपने शहर, गांव या पड़ोस के गांव में पिछले 3 सालों में हुए रोड एक्सीडेंट का विश्लेषण अवश्य करते रहें और जरूरी सबक लेते रहें। घर-परिवार में, समाज में और चौक-चौराहे में सड़क-सुरक्षा के बारे में चर्चा करें और सड़क सुरक्षा नियमों और उपायों को दिल से अपनायें।
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