छत्तीसगढ़ : अनुपमा चौक दोहरे हत्याकांड का बड़ा खुलासा... स्थित अपने ही मकान में आरोपी छोटा बेटा " नितेश गुप्ता " उर्फ " सोनू " ने माँ और बड़े भाई की -हत्या।

 

छत्तीसगढ़ : अनुपमा चौक दोहरे हत्याकांड का बड़ा खुलासा...  स्थित अपने ही मकान में आरोपी छोटा बेटा " नितेश गुप्ता " उर्फ " सोनू " ने माँ और बड़े भाई की -हत्या।



शहर में संदेहास्पद हत्या की गुत्थी सुलझाने में बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता मिली

पैसे और जमीन के विवाद कारण हुई हत्या

आरोपी 24 घंटे के भीतर पुलिस के गिरफ्त में



मामला थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र का

नाम आरोपी- नितेश गुप्ता उर्फ सोनू पिता रामचंद्र गुप्ता उम्र 30 वर्ष नि0 इंदिरा वार्ड अनुपमा चौक के पास जगदलपुर, जिला बस्तर (छ0ग0)

छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंहउप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा के नेतृत्व में बस्तर पुलिस द्वारा आपराधिक तत्वों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही किया जा रहा है। इसी तारतम्य में दिनांक 11 जुलाई इंदिरा वार्ड अनुपमा चौक स्थित घर अंदर मिले, संदेहास्पद शव एवं वारदात की गुत्थी को सुलझाने में बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।



(इंदिरा वार्ड अनुपमा चौक स्थित मकान में मिला था मृतको का शवदिनांक 11 जून को प्रार्थी गुलाबचंद गुप्ता नि० अनुपमा चौक जगदलपुर ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 10.07.2024 को प्रार्थी का परिवार और इनकी भाभी श्रीमती गायत्री गुप्ता अपने रिश्तेदार के यहाँ शादी समारोह में शामिल होने वीर सावरकर भवन गये थे कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सभी अपने अपने घर चले गये थे। दूसरे दिन प्रातः इनकी बेटी वसुंधरा गुप्ता ने प्रार्थी को फोन कर बताई कि निलेश उर्फ गोलू गुप्ता के घर सामने बहुत भीड़ लगा है जल्दी आओ कहने पर, प्रार्थी तुरंत आया, निलेश गुप्ता के घर में पुलिस वालो साथ अंदर जाकर देखा तो मेरा भतीजा निलेश और भाभी श्रीमती गायत्री का शव खुन से लथपथ हालत में पडा था। 



खुन पूरे कमरे में फैला हुआ था। कमरे में रखा सामान बिखरा पड़ा था। मेरे भतीजा निलेश गुप्ता और भाभी गायत्री गुप्ता को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा ठोस हथियार से प्राणघातक वार कर सिर, चेहरा एवं गर्दन में गंभीर चोट पहुंचाकर हत्या किये है। मेरे छोटे भतीजा नितेश गुप्ता को भी हथियार से मारकर चोंट पहुंचाकर हत्या किये है कि रिपोर्ट पर मामले में अज्ञात व्यक्तियो के विरूद्ध अपराध दर्ज कर, अनुसंधान में लिया गया।



प्रकरण में पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा, अति. पुलिस अधीक्षक माहेश्वर नाग के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक  उदित पुष्कर उप पुलिस अधीक्षक नासिर बाठी के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली सुरेश जांगड़े, थाना प्रभारी परपा निरीक्षक दिलबाग सिंह, थाना प्रभारी बोधघाट निरीक्षक लीलाधर राठौर के नेतृत्व में टीम गठित कर, अनुसंधान किया गया। 



दौरान अनुसंधान के पूर्व में मिशन सिक्योर सिटी अंतर्गत लगाये गये सीसीटीव्ही कैमरे से प्राप्त फुटेज, घटनास्थल पर मिले साक्ष्य, तकनीकी साक्ष्य एवं परिस्थिति जन्य साक्ष्यों के अनुरूप अज्ञात व्यक्तियो की पतासाजी एवं नितेश गुप्ता उर्फ सोनू से विस्तृत पूछताछ पर बताया कि तीन चार महिने से आर्थिक तंगी से जुझ रहा था माँ और बड़े निलेश से पैसे मांगने पर गाली गलीच करते रहते थे और डांटते थे हमारी दो जगह जमीन मकान है एक को बेचकर एक जमीन पर घर बनाकर दोनो परिवार रहेगे और बचे पैसे से कोई बिजनेस अच्छा डालकर सेट हो जायेगे कहता था। तो मेरा बडा भाई मना कर देता था। और मां भी उसी का साथ देती थी। और मुझे गाली गलीच देती रहती थी जिस कारण मैं बहुत परेशान था। 



मैन कई जगहो से लाखो रूपये का कर्ज ले रखा था लेनदार मुझे फोन करते रहते थे। साथ ही साथ इसी बीच मेरा बडा भाई निलेश दूसरे जाति के शादीशुदा लडकी से शादी करना चाहता था। जिसका पति उसे छोड चुका था। माँ जब भी हम दोनो की शादी की बात करती थी। तो मेरा बडा भाई निलेश बोलता था कि तु अपना देखो मेरे बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है जब से उस लडकी के संपर्क में आया तब से वो ना ही मुझे पैसे की मदद करता था और ना ही मेरे कोई बात को मानता था। इससे पहले वो मेरे जरूरत पडने पर मुझे पैसे की मदद भी करता था। और मुझसे पैसे की मदद भी मांग लेता था। घटना दिनांक को भी हम लोगो मे रात्रि में पैसे मांगने की बात को लेकर वाद विवाद हुआ। 



थक्का मुक्की करते समय मेरा भाई नीचे गिर गया। मेरे द्वारा नीचे रखे लोहे के तवा से आज तुझे खतम कर दुंगा कहकर प्राण घातक वार किया। माँ बीच में बचाने के लिये आई और मुझे गाली देने लगी और मुझे खिंचने लगी हाथ थप्पड से मारने लगी तो मैने उसे भी उसी तवा से मार दिया। और दोनो बेहोश होकर गिर गये। तब मैंने अपने चढढा के नाडा से दोनो का गला घोटकर हत्या कर दिया और हत्या करने बाद अपने बचाव में घटना को लुटपाट का रूप देने के लिये आलमारी के सामान को बिखेर दिया और अपने आप को ब्लेड से चोट पहुचाया और अपने हाथ पैर को स्वयं से रस्सी से बांधकर बाथरूम में लेट गया बताने पर फारेसिंक एक्सर्पट से घटनास्थल का निरीक्षण किया गया जो नितेश पर संदेह होने पर तकनीकी साक्ष्यो के तथ्य परख साक्ष्यो के आधार पर पुछताछ किया गया। जो पुछताछ के दौरान टुट गया और अपने माँ और भाई का हत्या का अपराध करना कबुल किया। जिसे विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा।

महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले अधिकारी :-

निरीक्षक- सुरेश जांगड़े, दिलबाग सिंह, लीलाधर राठौर, तामेश्वर चौहान,

उपनिरी.- लोकेश्वर नाग

सहा. उपनिरी.- दिनेश उसेण्डी, पुरूषोत्तम

आरक्षक- रवि सरदार, युवराज सिंह ठाकुर, संजय रजावत, केशवचंद्रा, सोनू गौतम, दीपक कुमार

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