छत्तीसगढ़ : अनुपमा चौक दोहरे हत्याकांड का बड़ा खुलासा... स्थित अपने ही मकान में आरोपी छोटा बेटा " नितेश गुप्ता " उर्फ " सोनू " ने माँ और बड़े भाई की -हत्या।
शहर में संदेहास्पद हत्या की गुत्थी सुलझाने में बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता मिली
पैसे और जमीन के विवाद कारण हुई हत्या
आरोपी 24 घंटे के भीतर पुलिस के गिरफ्त में
मामला थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र का
नाम आरोपी- नितेश गुप्ता उर्फ सोनू पिता रामचंद्र गुप्ता उम्र 30 वर्ष नि0 इंदिरा वार्ड अनुपमा चौक के पास जगदलपुर, जिला बस्तर (छ0ग0)
छत्तीसगढ़ ( बस्तर-जगदलपुर ) ओम प्रकाश सिंह । उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा के नेतृत्व में बस्तर पुलिस द्वारा आपराधिक तत्वों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही किया जा रहा है। इसी तारतम्य में दिनांक 11 जुलाई इंदिरा वार्ड अनुपमा चौक स्थित घर अंदर मिले, संदेहास्पद शव एवं वारदात की गुत्थी को सुलझाने में बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
खुन पूरे कमरे में फैला हुआ था। कमरे में रखा सामान बिखरा पड़ा था। मेरे भतीजा निलेश गुप्ता और भाभी गायत्री गुप्ता को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा ठोस हथियार से प्राणघातक वार कर सिर, चेहरा एवं गर्दन में गंभीर चोट पहुंचाकर हत्या किये है। मेरे छोटे भतीजा नितेश गुप्ता को भी हथियार से मारकर चोंट पहुंचाकर हत्या किये है कि रिपोर्ट पर मामले में अज्ञात व्यक्तियो के विरूद्ध अपराध दर्ज कर, अनुसंधान में लिया गया।
मैन कई जगहो से लाखो रूपये का कर्ज ले रखा था लेनदार मुझे फोन करते रहते थे। साथ ही साथ इसी बीच मेरा बडा भाई निलेश दूसरे जाति के शादीशुदा लडकी से शादी करना चाहता था। जिसका पति उसे छोड चुका था। माँ जब भी हम दोनो की शादी की बात करती थी। तो मेरा बडा भाई निलेश बोलता था कि तु अपना देखो मेरे बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है जब से उस लडकी के संपर्क में आया तब से वो ना ही मुझे पैसे की मदद करता था और ना ही मेरे कोई बात को मानता था। इससे पहले वो मेरे जरूरत पडने पर मुझे पैसे की मदद भी करता था। और मुझसे पैसे की मदद भी मांग लेता था। घटना दिनांक को भी हम लोगो मे रात्रि में पैसे मांगने की बात को लेकर वाद विवाद हुआ।
थक्का मुक्की करते समय मेरा भाई नीचे गिर गया। मेरे द्वारा नीचे रखे लोहे के तवा से आज तुझे खतम कर दुंगा कहकर प्राण घातक वार किया। माँ बीच में बचाने के लिये आई और मुझे गाली देने लगी और मुझे खिंचने लगी हाथ थप्पड से मारने लगी तो मैने उसे भी उसी तवा से मार दिया। और दोनो बेहोश होकर गिर गये। तब मैंने अपने चढढा के नाडा से दोनो का गला घोटकर हत्या कर दिया और हत्या करने बाद अपने बचाव में घटना को लुटपाट का रूप देने के लिये आलमारी के सामान को बिखेर दिया और अपने आप को ब्लेड से चोट पहुचाया और अपने हाथ पैर को स्वयं से रस्सी से बांधकर बाथरूम में लेट गया बताने पर फारेसिंक एक्सर्पट से घटनास्थल का निरीक्षण किया गया जो नितेश पर संदेह होने पर तकनीकी साक्ष्यो के तथ्य परख साक्ष्यो के आधार पर पुछताछ किया गया। जो पुछताछ के दौरान टुट गया और अपने माँ और भाई का हत्या का अपराध करना कबुल किया। जिसे विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा।
महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले अधिकारी :-
निरीक्षक- सुरेश जांगड़े, दिलबाग सिंह, लीलाधर राठौर, तामेश्वर चौहान,
उपनिरी.- लोकेश्वर नाग
सहा. उपनिरी.- दिनेश उसेण्डी, पुरूषोत्तम
आरक्षक- रवि सरदार, युवराज सिंह ठाकुर, संजय रजावत, केशवचंद्रा, सोनू गौतम, दीपक कुमार।
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