छत्तीसगढ़ : राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी व पश्चिम भारत विज्ञान मेला अंबिकापुर में दंतेवाड़ा जोन के बच्चें व शिक्षकों ने लिया हिस्सा।

 

छत्तीसगढ़ : राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी व पश्चिम भारत विज्ञान मेला अंबिकापुर में दंतेवाड़ा जोन के बच्चें व शिक्षकों ने लिया हिस्सा।



18 विद्यार्थियों ने मॉडल व प्रोजेक्ट एवं 3 शिक्षकों ने टीएलएम प्रदर्शन किया।

छत्तीसगढ़ ( गीदम/दंतेवाड़ा ) ओम प्रकाश सिंह ।  छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से एवं राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद रायपुर के सौजन्य से वर्ष 2024- 25 के लिए 4 दिवसीय राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी एवं पश्चिम भारत विज्ञान मेला तथा विज्ञान नाटिका स्कूल शिक्षा विभाग सरगुजा संभाग द्वारा सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय अंबिकापुर में भव्य रूप से आयोजित किया गया। 



इस प्रतियोगिता में दंतेवाड़ा जोन से विभिन्न विद्यालयों से चयनित 18 विद्यार्थियों ने समूह व व्यक्तिगत वर्ग में मॉडल व प्रोजेक्ट का प्रदर्शन किया। साथ ही 3 शिक्षक शिक्षिकाएं भी पाठ्यक्रम से जुड़ा सहायक शिक्षण सामग्री टीएलएम प्रदर्शन किया। दंतेवाड़ा जोन प्रभारी प्राचार्य बीबी चक्रवर्ती ने बताया कि "सतत भविष्य के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी" विषय पर जोन स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी एवं पश्चिम भारत विज्ञान मेला तथा विज्ञान नाटिका का आयोजन किया गया था। जोन से चयनित कुल 21 प्रतिभागी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। 



स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम विद्यालय कुआकोंडा के बच्चों के दल ने नाटिका के माध्यम से समाज में कृत्रिम बुद्धिमता का संदेश दिया। पश्चिम भारत विज्ञान मेला में आस्था विद्या मंदिर जावंगा गीदम के नितेश माड़वी ने कृत्रिम बुद्धिमता व आपदा प्रबंधन पर व्यक्तिगत प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया। समूह प्रोजेक्ट में सेजेस दंतेवाड़ा के सूरज ठाकुर व ओम प्रकाश ठाकुर ने संचार व परिवहन मॉडल एवं शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बड़े गुडरा के विनोद व विमलेश ने जैविक खेती मॉडल का प्रदर्शन किया। 



विज्ञान प्रश्नोत्तरी में सेजेस दंतेवाड़ा की चंद्रप्रभा नागवंशी व शिवानी राठौर ने लिखित व मौखिक प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय चीतालंका की हनी साहू ने पोषण खाद्य मॉडल, शासकीय माध्यमिक शाला पटेलपारा गीदम की शिवबती ने प्राकृतिक खेती मॉडल, सेजेस दंतेवाड़ा के प्रथम भंसाली ने अपशिष्ट प्रबंधन मॉडल का प्रदर्शन किया। 



पाठ्यक्रम सहायक शैक्षणिक सामाग्री विधा में आस्था विद्या मंदिर जावंगा गीदम के व्याख्याता अमुजुरी विश्वनाथ ने गणितीय 2 डी व 3 डी मॉडल टीएलएम प्रस्तुत कर राज्य स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा सेजेस कुआकोंडा के व्याख्याता शाहिना परवीन ने तंत्रिका तंत्र जीव विज्ञान तथा सेजेस करली गीदम के व्याख्याता कंचन सिंह ने गति भौतिक विज्ञान पर टीएलएम प्रस्तुत किया।



 प्रतिभागियों को सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज एवं अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल ने प्रमाणपत्र एवं मोमेंटो दे कर सम्मानित किया। इस उपलब्धि पर जिला प्रशासन दंतेवाड़ा के अधिकारीगण एवं जिला शिक्षा विभाग दंतेवाड़ा के जिला शिक्षा अधिकारी एसके अंबस्ता, जिला मिशन समन्वयक हरीश गौतम, सर्व विकाखंड शिक्षा अधिकारी, सर्व खंड स्रोत समन्वयक, सर्व प्राचार्यगण, सर्व संकुल समन्वयक एवं सर्व शिक्षक शिक्षिकाएं बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित किए। 



इस कार्यक्रम में व्याख्याता अनामिका प्रसाद, पीटीआई तुषार लोनिया ने बच्चों को नाटिका का मार्गदर्शन दे कर सम्मिलित करवाया। बच्चें एवं शिक्षकों ने छत्तीसगढ़ के शिमला मैनपाट के टाइगर पॉइंट, मछली पॉइंट, जलजली जमीन, उल्टा पानी पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया। अतिथियों, अधिकारियों तथा निर्णायकों ने बच्चों को प्रोत्साहित कर आगामी राज्य स्तरीय विज्ञान प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर दंतेवाड़ा जोन का नाम रोशन करने हेतु प्रेरित किया।

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