छत्तीसगढ़ : थाना बासागुड़ा क्षेत्रान्तर्गत रेखापल्ली के जंगल-पहाड़ में सुरक्षा बलों एवं माओवादियों के PLGA बटालियन एवं CRC कंपनी के बीच मुठभेड़।

 


छत्तीसगढ़ : थाना बासागुड़ा क्षेत्रान्तर्गत रेखापल्ली के जंगल-पहाड़ में सुरक्षा बलों एवं माओवादियों के PLGA बटालियन एवं CRC कंपनी के बीच मुठभेड़।





मुठभेड़ में PLGA प्लाटून नम्बर 10 का कमाण्डर जोगा माड़वी (DVC) समेत 3 वर्दीधारी पुरुष माओवादियों का शव बरामद।



घटनास्थल से सर्चिंग उपरान्त 1 नग स्नाइपर SLR Rifle, 1 नग Sniper Weapon, 1  नग 12 Bore Rifle , 1 नग Pistol,  2 नग भरमार रायफल सहित विस्फोटक पदार्थ, दवाईया एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद।



मुठभेड़ में बड़ी संख्या में अन्य माओवादियों के मारे जाने अथवा घायल होने की संभावना।





DRG बीजापुर /STF/CoBRA/CRPF का संयुक्त अभियान।

 छत्तीसगढ़ ( बीजापुर-बासागुड़ा ) ओम प्रकाश सिंहपुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि  बस्तर संभाग अंतर्गत विगत महीनों से प्रभावी नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत नक्सलवाद का सफाया करने के उद्देश्य से बीजापुर पुलिस के द्वारा नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है। इसी कड़ी में दिनांक 08 नवम्‍बर 2024 को जिला बीजापुर के थाना उसूर-पामेड़-बासागुड़ा- तर्रेम क्षेत्रान्तर्गत माओवादियों की उपस्थिति की आसूचना पर संयुक्त बल रवाना किया गया था।



पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ0 जितेन्द्र कुमार यादव द्वारा बताया गया कि जिला बीजापुर के थाना उसूर-बासागुड़ा-पामेड़-तर्रेम क्षेत्र में  प्लाटून नम्बर 9 कमाण्डर विज्जा, उसूर LOS  कमाण्डर देवा एवं अन्य 30-40 सशस्त्र माओवादियों की उपस्थिति की आसूचना प्राप्त होने पर DRG बीजापुर/STF/CoBRA 210, 205 /CRPF 153  संयुक्त पुलिस पार्टी सर्चिंग अभियान पर गई  थी।



अभियान के दौरान दिनांक 08/11/2024 के लगभग 11:00 बजे से रेखापल्ली-कोमटपल्ली के जंगल में PLGA बटालियन एवं CRC कंपनी के द्वारा सुरक्षा बलों को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नियत से अंधाधुंध फायरिंग किया गया। 



उक्त अभियान में सर्चिंग के दौरान दिनांक 08.11.2024 के करीबन सुबह 11 बजे से लगातार रेखापल्ली- कोमटपल्ली के जंगलों-पहाड़ी क्षेत्र में पुलिस पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई।



सुरक्षा बलों के द्वारा तत्काल पोजिशन लेकर आत्मसमर्पण हेतु आवाज दिया गया। आत्मसमर्पण की बात को माओवादियों के द्वारा अनसुना करते हुए और अधिक मात्रा में फायरिंग करने लगे। पुलिस पार्टी  के पास आत्मसुरक्षार्थ फायरिंग के अलावा अन्य कोई विकल्प नही होने से मौके पर पोजिशन लेकर जवाबी फायरिंग किया गया। रूक-रूक कर अलग-अलग टीम से लगातार मुठभेड़ हुआ। जवाबी फायरिंग से खुद को घिरता देख माओवादी घने जंगल पहाड़ आड़ लेते हुए भाग गये।



पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ0 जितेन्द्र कुमार यादव द्वारा बताया गया कि फायरिंग बंद होने पर सभी टीमो द्वारा अपने -अपने दिये ये टॉस्क क्षेत्र में सर्चिंग कर घटनास्थल से 3 वर्दीधारी पुरुष माओवादियों का शव एवम 1 नग SLR Rifle, 1 नग Sniper Weapon,1  नग 12 Bore Rifle ,1 नग Pistol, 2 नग भरमार रायफल सहित भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ, दवाईया एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुआ। घटनास्थल से और भी खून के धब्बे दिखाई दिये जिससे प्रतीत होता है कि मुठभेड़ में बड़ी संख्या में अन्य माओवादियों के मारे जाने अथवा घायल होने की संभावना है। वर्ष 2024 में जिले में माओवादियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान में अब तक कुल 55 माओवादियों के शव, 421 गिरफ्तार एवं 184 माओवादियों के द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है।



मारे गये माओवादियों के नाम, पद एवं ईनाम

1. जोगा माड़वी पिता भीमा, निवासी कोलईगुड़ा (पोषणपारा) थाना भेज्जी, जिला सुकमा पद- प्लाटून नम्बर 10 कमाण्डर(DVC), ईनाम – 8 लाख




 
2. अज्ञात पुरूष माओवादी



3. अज्ञात पुरूष माओवादी



उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप द्वारा बताया गया कि- इस ऑपरेशन के उपरांत दक्षिण बस्तर डीविजन माओवादियों के कोर इलाके में माओवादियों में भय का माहौल व्याप्त है। क्षेत्र को नक्सली शीर्ष नेतृत्व अपना सुरक्षित ठिकाना मानते है नक्सली नेतृत्व इस ऑपरेशन उपरांत ग्रामीणों एवं अपने निचले कैडर को दोषारोपण कर रहे हैं। सुरक्षा बलों का नक्सलियों के अटैकिंग फोर्स के स्तम्भ के ऊपर कड़ा प्रहार है।



उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ़ बीजापुर देवेन्द्र सिंह नेगी  द्वारा बताया गया कि दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थितियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें माओवादी सिद्धांतों के आकर्षण से बाहर निकलना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सकें। हम उन सभी मूलवासियों से जो बाहरी विचारधारा और बाहर के नक्सली नेताओं के गलत प्रभाव में फंस गये हैं। अपील करते हैं कि वे नक्सलवाद एवं नक्सली विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति को अपनाकर समाज के मुख्य धारा से जुड़े और हथियार और नक्सलवादी विचारधारा का पूर्णतः त्याग व विरोध करें।



पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि- प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से स्थानीय जिला पुलिस बल, डीआरजी तथा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा आपसी बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम करने के परिणाम स्वरूप वर्ष 2024 में बस्तर संभाग अंतर्गत की जा रही नक्सल विरोधी अभियान के दौरान अब तक 67 महिला नक्सली सहित कुल 192 नक्सलियों के शव बरामद, 782 गिरफ्तार एवं 783 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 में बस्तर रेंज अन्तर्गत हुए विभिन्न मुठभेड़ में 1 जनवरी 2024 से 9 नवम्बर 2024 तक 3 नग एलएमजी रायफल, 9 नग एके47 रायफल, 10 नग एसएलआर रायफल, 8 नग इंसास रायफल, 13 नग .303 रायफल, 4 नग कार्बाइन, 10 नग 9mm पिस्टल, 22 नग BGL रायफल, 167 नग अन्य हथियार कुल 246 हथियार बरामद किया गया है।

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